उदयपुर । उत्तरप्रदेश मध्यप्रदेश की सीमा पर स्थित शहर झांसी में मजदूरी का काम करने वाले आलोक तिवारी के पुत्र अनुज (२३) को २-३ वर्ष से किडनी में खराबी की शिकायत थी। परिवार ने शहर के एक प्राईवेट हॉस्पीटल में चेकअप करवाया। जहां चिकित्सकों ने किडनी ट्रांसप्लांट की सलाह दी जिसमें अनुमानतः करीब ७ लाख रूपये का खर्चा बताया। मजदूरी करके ५-६ हजार रूपये माहवार कमाने वाले पिता के पास इतने पैसे नही थे कि वो े बेटे का ऑपरेशन करवा सकें,लेकिन पुत्र को खोना भी नही चाहते थे। वे उपचार के लिए पैसे जुटाने में लग गये। कही से थोडी मदद मिली तो कही से कर्ज लिया। इधर अनुज की तबीयत लगातार खराब हो रही थी। उन्होंने मजबूरी में कुछ जेवरात भी बेचे फिर भी उपचार खर्च नही जुट पा रहा था। इसी दौरान उन्हे नारायण सेवा संस्थान के द्वारा जटिल रोगों के इलाज में आर्थिक सहायता दिए जाने की जानकारी मिली तो वो तुरंत यहां आये और बेटे के ऑपरेशन के लिए मदद मांगी। संस्थान अध्यक्ष प्रशांत अग्रवाल ने बीमारी की गंभीरता को देखते हुए अनुज तिवारी के उपचार के लिए तत्काल दो लाख रूपये की मदद उपलब्ध करवाई।