उदयपुर। योग सेवा समिति एवं सुन्दरलाल चेरिटेबल ट्रस्ट के संयुक्त तत्वावधान में ५ दिसंबर से अंबामाता स्थित योग सेवा समिति परिसर में २६ वां निःशुल्क जडी-बूटी चिकित्सा शिविर के दूसरे दिन २२४ रोगियों ने लुधियाना के वैद्य बी.आर.तनेजा से आयुर्वेद पद्धति का निःशुल्क उपचार लिया।
इस अवसर पर आयोजित समारोह में बोलते हुए तनेजा ने कहा कि हमारा शरीर सबसे बडा चिकित्सक है। स्वस्थ रहने के लिये जीव को पंाच काम निश्चित समय पर अवश्य करने चाहिये। प्रातः उठना, मल विसर्जन,स्नान,भोजन व सोना जैसे कार्य नियमित रूप से करने चाहिये। इस नियम का पालन करने से शरीर की रोग प्रतिरोधक शक्ति क्षीण नहीं होती है,जिससे शरीर स्वस्थ बना रहता है।
उत्तर प्रदेश के सहारनुपर से आये नारायण एस.सी.गांधी ने कहा कि शरीर में इस प्रकार के अनेक यंत्र है जो उसे सही रखते है। जैसे ही व्यक्ति बीमार हुआ कि उसकी भूख चली जाती है। मुख का स्वाद बिगड जाता है। शरीर टूटने लगता है। उन्हने कहा कि हम शरीर के कार्य में सहायता न कर विपरीत दवाईयां लेकर खते-पीते रहकर उसमें बाधा पंहुचाते है। हमारी दिनचर्या बदल गयी है इसलिये जीव दवाईयों पर निर्भर हो गया है।
समिति संस्थापक प्रेम दक ने बताया कि षिविर के दूसरे दिन आज २२४ रोगियों ने अपने रोग का ईलाज कराया। दो दिन में ४९२ रोगियों ने इस शिविर का लाभ लिया।
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