श्रीगंगानगर। राजस्थान सरकार के निर्देशानुसार वंदे गंगा, जल संरक्षण-जन अभियान के अन्तर्गत गुरूवार को जल संसाधन विभाग द्वारा जल उपयोक्ता संगमों के साथ जल संरक्षण कार्यशाला का आयोजन जिला परिषद सभागार में किया गया। कार्यशाला में मुख्य अतिथि के रूप में सादुलशहर विधायक श्री गुरवीर सिंह बराड़ एवं जिला प्रमुख श्रीमती कविता उपस्थित रहे।
कार्यशाला में विधायक श्री गुरवीर सिंह बराड़ ने राजस्थान सरकार द्वारा आयोजित वंदे गंगा, जल संरक्षण-जन अभियान, जल संरक्षण, संचयन, पर्यावरण संरक्षण एवं आगामी योजनाओं पर विस्तृत जानकारी देते हुए उपस्थितजनों से जल के सदुपयोग का आह्वान किया।
इससे पूर्व कार्यशाला का शुभारम्भ करते हुए अतिथियों द्वारा वंदे गंगा, जल संरक्षण-जन अभियान के बारे में जानकारी दी गयी। जल संसाधन वृत श्रीगंगानगर के अधीक्षण अभियंता श्री धीरज चावला द्वारा जल संरक्षण के लिए संचालित हो रही योजनाओं, पर्यावरण को बढ़ावा देने के लिए आयोजित होने वाले हरियालो राजस्थान अभियान और नहरी तंत्र की साफ-सफाई एवं उसके गुणवत्तापूर्वक उपयोग की विस्तृत जानकारी दी गई।
जल संसाधन विभाग उत्तर खंड के अधिशाषी अभियंता श्री मनीष बिश्नोई द्वारा माइक्रो इरिगेशन से संबंधित तकनीक से समस्त भागीदारों को अवगत करवाते हुए सिंचाई को जल संरक्षण के साथ जोड़कर पानी की बचत के सुझाव दिए गए। जल संसाधन दक्षिण खंड के अधिशाषी अभियंता श्री अजीत गजराज ने जल संचयन एवं संरक्षण हेतु किए जाने वाले दैनिक कार्यों के बारे में सभी को प्रेरित किया। कृषि विभाग के अतिरिक्त संयुक्त निदेशक द्वारा कृषि की विभिन्न तकनीकों एवं योजनाओं के बारे में अवगत करवाते हुए फसलों की गुणवत्ता हुए सुझाव भी दिए गए।
गंगनहर परियोजना के प्रोजेक्ट चेयरमैन श्री हरविंदर सिंह गिल ने सभी जल उपयोक्ता संगम अध्यक्षों को नहरों की सफाई, जल बचत एवं श्रमदान हेतु प्रेरित किया गया। कार्यक्रम में जल उपयोक्ता संगम अध्यक्षों ने भी जल संरक्षण से संबंधित विचारों को साझा करते हुए जल बचत का आह्वान किया। अंत में उपस्थितगणों द्वारा जल एवं पर्यावरण संरक्षण हेतु संकल्प लिया गया। कार्यशाला में जल संसाधन विभाग के सहायक अभियंता, कनिष्ठ अभियंता, जल उपयोक्ता संगम अध्यक्ष एवं टीसी सदस्य सहित अन्य मौजूद रहे।