श्रीगंगानगर । जिला कलक्टर श्री महावीर प्रसाद वर्मा ने बुधवार को कलेक्ट्रेट सभाहाॅल में आयोजित जिले के अधिकारियों को निर्देश दिये कि अपने रोजमर्रा के कार्यों के साथ-साथ कोविड-19 की जागरूकता को लेकर चलाये जा रहे जन आंदोलन में अपनी भूमिका निभाते हुए आमजन को जागरूक करने का कार्य करे। उन्होंने कहा कि जनआंदोलन के तहत 10 दिन शेष रहे है, जिसमें अपने-अपने क्षेत्र में हर दिन कोई न कोई गतिविधि की जाकर विश्व महामारी से बचाने के लिये आमजन को जागरूक किया जाये।
जिला कलक्टर श्री वर्मा ने कहा कि इस जन आंदोलन की शुरूआत से ही आमजन के बीच जाकर इस महामारी से बचने की अपील की जा रही है तथा जागरूक नागरिकों से भी आह्वान किया गया है, उसी की बदोलत आज जिले भर में सामाजिक संगठनों व जागरूक नागरिकों का भरपूर सहयोग मिल रहा है। जिला कलक्टर ने कहा कि मैं स्वयं कोरोना जागरूकता से लेकर पोस्टर को घरों के बाहर चस्पा करने के साथ-साथ वितरण कार्य सहित जहां कोई नागरिक बिना मास्क दिखाई देता है, उन्हें मास्क वितरित कर पहनने के लिये प्रेरित करता हूॅ। मेरे कार्यालय में कोई भी नागरिक बिना मास्क के अपनी फरियाद लेकर आते है, तो उन्हें मैं स्वयं अपने हाथों से उसे मास्क देकर पहनने के लिये कहता हूॅ और मास्क पहनने के बाद ही फरियादी की समस्या पर अमल किया जाता है।
जिला कलक्टर श्री महावीर प्रसाद वर्मा ने कहा कि ‘‘नो मास्क, नो एंट्री‘‘ का ही मूल अभियान ‘‘नो मास्क, नो एग्जिट‘‘ है, क्योंकि जब हम घर से बिना मास्क बाहर नहीं निकलेंगे तो कोई एंट्री के लिए नो कहेगा ही नहीं। यही नहीं यदि हम घर से मास्क लगाकर निकलेंगे तो कोरोना वायरस से सुरक्षित रहेंगे, पुलिस या प्रशासनिक अधिकारी चालान नहीं काटेंगे और आपको कहीं भी बिना मास्क के चलते शर्मिंदा नहीं होना पड़ेगा। इसलिए जरूरी है कि श्रीगंगानगर जिला निवासी इस अभियान को सफल बनाने में अपनी अहम भूमिका अदा करें। उन्होंने मुख्यतः महिलाओं से अपील करते हुए कहा कि वे स्वयं घर से निकलते समय मास्क तो पहने ही, वहीं घर से भाई, पिता, बेटे, पति या अन्य किसी को भी बिना मास्क के घर के बाहर न जाने दें। उन्होंने बच्चों से आह््वान किया कि वे ‘‘नो मास्क, नो एग्जिट‘‘ पर पेंटिंग्स बनाएं एवं घर के मुख्य दरवाजे के पीछे लगाएं ताकि बाहर निकलते समय मास्क लगाना याद रहे।
जिला कलक्टर ने जिले के राजस्व अधिकारियों को निर्देश दिये कि इस महामारी से बचने का एक तरीका बचाव व जागरूकता है, इसके लिये सामाजिक संगठनों व जागरूक नागरिकों के सहयोग से अपने-अपने क्षेत्र में लगातार गतिविधियां जारी रखे। आमजन को मास्क का उपयोग करने भीड़ वाले स्थान पर नही जाने तथा साबुन से बार-बार हाथ धोने का अनुरोध किया जाकर उन्हें जागरूक किया जाये। जब तक कोरोना की वैक्सीन नही आ जाती, तब तक जागरूकता ही इसका बचाव है।