प्रतापगढ़/ राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण जयपुर के द्वारा जारी एक्शन प्लान में वर्णित निर्देशानुसार सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण प्रतापगढ़ शिव प्रसाद तम्बोली द्वारा अरनोद रोड़ न्यू सिविल लाईन के पीछे कथागरा गांव में स्थित दो सीमेंट की ईंटे बनाने के कारखानों का औचक निरीक्षण किया गया। उपस्थित मालिक दिपक धोबी से कारखाना में कार्यरत श्रमिकों के बारे में जानकारी ली तथा नाबालिगों को श्रमिक के रूप में नहीं रखे जाने हेतु हिदायत दी। उपस्थित श्रमिकों से भी प्राधिकरण सचिव तम्बोली ने रूबरू होकर उन्हें श्रम कानून से संबंधित जानकारी दी। श्रमिकांे के जिनके श्रमिक कार्ड नहीं बने थे उन्हें बनवाने हेतु सलाह दी तथा जिन श्रमिकों के श्रमिक कार्ड बने हुए हैं, किन्तु उक्त श्रमिक कार्ड का कोई फायदा नहीं मिला है, जैसे बच्चांे को छात्रवृत्ती, डिलेवरी पर सहायता, दूर्घटना सहायता आदि, वह श्रम विभाग से किस प्रकार प्राप्त की जा सकती है इस संबंध मंे विस्तार से बताया तथा श्रम विभाग में अपना पंजीयन करवाना और श्रम कार्ड बनवाने की महत्ता के बारे में बताया।
कार्यरत श्रमिकों को बड़ौदा रोजगार संस्थान प्रतापगढ़ द्वारा अगरबत्ती बनाने, केंचुआ खाद बनाने, ब्यूटी पार्लर का का सिखाने व सिलाई का कार्य सिखाये जाने की ट्रेनिंग निःशुल्क दी जा रही है, इस संबंध में बताया।
इसी दिवस माननीय राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा जारी एक्शन प्लान की पालना में प्राधिकरण सचिव द्वारा ग्राम लुहारिया स्थित सम्प्र्र्रेषण गृह का भी औचक निरीक्षण किया गया। दौराने निरीक्षण कुल 09 बाल अपचारी पाये गये, जिन्हें प्राधिकरण सचिव ने अपराध से दूर रहकर समाज की मुख्य धारा से जुड़ने हेतु समझाया, और उनके जे0जे0 एक्ट में वर्णित अधिकारों के बारे में बताया। कुल 03 बच्चे उपस्थित थे। एक बच्चा किशोर, जिसे स्कूल में दाखिला दिलाने के निर्देश प्रदान किये। गृह में कोई बच्चा बीमार नहीं पाया गया। उपस्थित स्टॉफ को साफ सफाई, बच्चों के खाने पीने रहने आदि के संबंध में विशेष निर्देश प्रदान किये।