प्रतापगढ़ | राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण जयपुर के एक्शन प्लान अनुसार राजकीय सम्प्रेक्षण एवं किशोर गृह लुहारिया का प्राधिकरण सचिव, अपर जिला एवं सेशन न्यायाधीश शिव प्रसाद तम्बोली द्वारा निरीक्षण किया गया। सम्प्रेषण गृह में विधि से संघर्षरत (बाल अपचारी) कुल 12 बालक मिले तथा निराश्रित कुल 04 बच्चे पाये गये।
बच्चों के संबंध में प्राधिकरण सचिव ने उपस्थित स्टॉफ को निर्देश दिया गया कि बच्चों को अपने परिवार या निकटस्थ रिश्तेदार के परीवार में स्थापित करवाने हेतु कार्यवाही की जावे। उपस्थित बाल अपचारियों से रूबरू होते हुए उनको अपराध से दूर रहने और समाज से जुड़ने हेतु प्रेरित किया गया। शिशु गृह में कोई बच्चा वर्तमान में नहीं है।
दौराने विजिट सम्प्रेषण गृह, किशोर गृह गृह में बच्चों के रहने, खाने-पीने, आदि के आदि सुविधाओं का जायजा लिया तथा साफ सफाई व्यवस्था देखी गई। निरीक्षण के वक्त गृह में मेडिकल स्टाफ पुष्करदास द्वारा किसी भी बालक के बीमार नहीं होने की जानकारी दी। एक बालक के ललाट पर फुंसियां हो रही थी जिसके ईलाज के लिये उपस्थित स्टॉफ को निर्देशित किया। एक निराश्रित बालक का स्कूल में दाखिला करवाने हेतु निर्देश दिया और साथ ही एक बाल अपचारी के प्रकरण में वकील नहीं होने की जानकारी पर प्राधिकरण सचिव ने इस हेतु प्रार्थना पत्र भिजवाने के लिये निर्देश दिया। प्राधिकरण सचिव ने उपस्थित अधीक्षक, केयर टेकर, सुरक्षा गार्ड आदि को साफ-सफाई, बच्चों की देखभाल के साथ ही विशेष दिशा निर्देेश दिये।