प्रतापगढ। राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, जयपुर के निर्देशानुसार एवं जारी एक्शन प्लान की पालना में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष जिला एवं सेशन न्यायाधीश महोदय, श्रीमान् आलोक सुरोलिया के मार्ग-निर्देशन में प्राधिकरण सचिव श्री शिवप्रसाद तम्बोली (अपर जिला एवं सेशन न्यायाधीश) ने जिला मुख्यालय पर लोहारिया में संचालित राजकीय बाल सम्प्रेषण गृह का औचक निरीक्षण किया।
राजकीय सम्प्रेषण गृह के निरीक्षण के दौरान कुल ०५ विधि से संघर्षरत् बच्चे पाये गये जिनमें से १६ वर्ष से अधिक उम्र के विधि से संघर्षरत् बच्चें भी निरूद्ध पाये गये जबकि ऐसे बच्चों को किशोर न्याय अधिनियम की धारा ४९ के अनुसार सुरक्षित स्थान प्लेस ऑफ सैफ्टी नियत किया हुआ है। बच्चो को राल्सा स्कीम/ बच्चों और विधि से संघर्षरत् बालको को विधिक सेवायें एवं सहायता स्कीम २०१५ के बारे में बताया गया।
निराश्रित बाल गृह के निरीक्षण के दौरान बताया गया कि ०५ बच्चे है जो विद्यालय अध्ययन हतु गये है एवं शिशुगृह में ०२ बच्चे पाये गये। निराश्रित बच्चो को पुर्नवासित करने के निर्देश किशोर गृह के माध्यम से बाल कल्याण समिति को प्रदान किये गये।
निरीक्षण के दौरान महिपाल सिंह अधीक्षक कम केयर टेकर व सीताराम केयर टेकर उपस्थित पाये गये।