प्रतापगढ/ माननीय राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा जारी दिशा निर्देशों एवं प्राधिकरण अध्यक्ष (जिला एवं सत्र न्यायाधीश) आलोक सुरोलिया के मार्ग दर्शन में प्रतापगढ प्राधिकरण सचिव लक्ष्मीकांत वैष्णव ने स्थानीय बाल सम्प्रेक्षण गृह एवं किशोर गृह लोहारिया का निरीक्षण किया।
माननीय रालसा के निर्देशानुसार आज दिनांक ०२.०३.२०२१ को सम्प्रेषण गृह, किशोर गृह एवं शिशु गृह का आकस्मिक निरीक्षण प्रातः ११ः३० बजे किया गया। निरीक्षण के दौरान मौके पर उपस्थित प्रभारी श्री भंवरंसह के मुताबिक बाल अपचारियों की संख्या १० होना बताया गया। निरीक्षण के दौरान गणना करने पर ०८ बाल अपचारी पाए गए जिस संबंध में पूछने पर प्रभारी भंवरसिंह द्वारा दो बाल अपचारियों का भाग जाना जाहिर किया। मौके पर मौजूद सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण प्रतापगढ द्वारा स्थिति का अवलोकन करने पर यह स्थिति प्रकट हुई कि जो जाली तोडी गई है, वह मुख्य चौक में खुलती है। इस प्रकार तीन केयर टेकर, स्टॉफ और गार्ड के मौजूद होने के बावजूद जाली तोडने व किसी को पता न चलना संशय और उपेक्षा की स्थिति को प्रकट करता है। सम्पेषण गृह प्रभारी को प्राधिकरण सचिव ने इस संबंध में अपना स्पष्टिकरण प्रस्तुत करने हेतु पत्र लिखा। यहां यह भी उल्लेखनीय है कि प्राधिकरण सचिव द्वारा अब तक किये गये समस्त निरीक्षणों के दौरान कमजोर जालियों को सुधारने के संबंध में निर्देश दिये गये हैं, किन्तु कोई ठोस कार्यवाही नहीं की गई। इस संबंध में प्राधिकरण सचिव श्री वैष्णव ने स्पष्टीकरण मांगा है।
इस संबंध मे प्राधिकरण के श्री अलीमुद्दीन कुरैशी को आदेश दिया गया कि सम्पूर्ण प्रकरण की सूचना जिला पुलीस अधीक्षक प्रतापगढ, सी.डब्ल्यू.सी. प्रभारी संप्रेषण गृह, अधीक्षक बाल अधिकारिता विभाग, माननीय जिला जज साहब, सी०जे०एम. साहब और प्रिंसीपल मजिस्ट्रेट जे०जे०बी० को लिखित में दें।