प्रतापगढ/ राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, जयपुर के निर्देशानुसार आज जिला विधिक सेवा प्राधिकरण प्रतापगढ के अध्यक्ष आलोक सुरोलिया (जिला एवं सत्र न्यायाधीश) के मार्ग निर्देशन में निराश्रित बालगृह निरीक्षण एवं बालिका आश्रय गृह का दौरा किया गया।
वर्तमान परिप्रेक्ष्य में आदिम जाति सेवक संघ द्वारा संचालित निराश्रित बाल गृह पर आज एडीजे लक्ष्मीकांत वैष्णव पहचे। जहां उन्होनें बच्चों के रहने, खाने-पीने आदि बुनियादी सुविधाओं का जायजा लिया। उपस्थित व्यवस्थापक रामगोपाल टेलर ने बताया कि कोविड-१९ के चलते अधिकांश बच्चे अपने घरों को चले गये हैं। दौराने निरीक्षण कुल ०९ बच्चे उपस्थित पाये गये। स्वास्थ्य की दृष्टि से सभी बच्चे सही पाये, किसी बालक को कोई शारिरीक व्याधि नहीं पाई गई। बच्चों के खेलने एवं मनोरंजन हेतु गार्डन में फिसलपट्टी, झूले आदि भी नये लगवाये गये हैं। सर्दी के मौसम को देखते हुए सभी बालकों को पहनने औढने आदि की व्यवस्था भी माकूल पाई गई।
इसी दिवस दोपहर ०१ः३० बजे स्थानीय वात्सल्य बालिका आश्रय गृह पर भी विशेष शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें उपस्थित सभी बच्चों को कोविड-१९ से बचाव के उपायों के संबंध में समझाया गया। इस अवसर पर उपस्थित समस्त बालिकाओं को प्राधिकरण सचिव ने अपने हाथों से भोजन परोसा और स्वच्छता हेतु प्रेरित किया। बच्च ने भोजन से पूर्व एवं भोजनोपरांत ईशयाचना की जिससे सचिव वैष्णव काफी अभिभूत हुए और बच्चों और स्टॉफ की भूरी-भूरी प्रसंशा की।
सभी व्यवस्थाएं संतोषजनक पाई गईं, जिस पर प्राधिकरण सचिव श्री लक्ष्मीकांत वैष्णव ने समस्त स्टॉफ की सराहना की।