आज दिनांक 21.10.2021 को आजादी के अमृत महोत्सव पर माननीय राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण एवं राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा आयोजित पेन इण्डिया कार्यक्रम एवं आउटरीच कार्यक्रम में गांव शाहजी का पठार, बड़ी बम्बोरी, अचलपुर, भंवर सेमला एवं डोर में जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। उक्त गावों में आम चौराहे पर एवं सार्वजनिक स्थानां पर शिविरों का आयोजन किया गया। आयोजित शिविर में प्राधिकरण के सचिव शिवप्रसाद तम्बोली द्वारा उपस्थित ग्रामीण जनों को बाल विवाह निषेध कानून, कन्या भ्रुण हत्य निषेध कानून, बालश्रम निषेध कानून, जन्म मृत्यु निषेध कानून, डाकन प्रथा निषेध कानून, मोटरवाहन अधिनियम के बारे में जानकारी दी गई और राज्य सरकार व केन्द्र सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं के बारे में भी योजनाओं के बारे में भी उपस्थित जनों को जनाकारी दी गई और ग्रामीण जनों को बताया गया कि कैचूआ खाद, देशी किटनाशक, देशी खाद किस प्रकार बनाया जाता है जिससे कृषि में अतिरिक्त आय प्राप्त हो सकती है और कृषि के जरिये अपने जीवन को और उन्नति की ओर ले जाया जा सकता है। सचिव ने जल संचय के महत्व को बताया और आम जन को यह बताया कि कोई काश्तकार अपने खाते की जमीन पर 600 घन मीटर का खडडा खोदकर जल संचय करता है तो उस 90 हजार रूपये तक का अनुदान मिलता है और इस प्रकार जल संचय करने से कृषि पैदावार में बढोतरी व सुनिश्चितता होगी। और संचित जल में मछली पालन, िंसंघाडे की फसल व कमल के फूल भी उगाये जा सकते हैं। जिससे काश्तकारों को अतिरिक्त आमदनी होगी।
इस दिवस ग्राम अचलपुर स्थित रानी देवली मीणा जनजाति बालिका आश्रम छात्रावास पर विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। जहां प्राधिकरण सचिव द्वारा उपस्थित छात्राओं को सामान्य कानूनी जानकारियों से अवगत कराया और संविधान में प्रदत्त मूल अधिकार एवं मौलिक कर्त्तव्यों के बारे में भी जानकारी दी गई। उपस्थित छात्राओं ने रूचिपूर्वक आयोजित शिविर में भाग लिया।