उदयपुर- 32 वर्षीय मरीज पुरुष को पिछले दो-तीन सालों से हिप कैंसर ट्यूमर के कारण दाहिने हिप में गंभीर दर्द की समस्या थी। वह पिछले दो बार इस समस्या के चलते ऑपरेशन भी करवा चुका था, परंतु ऑपरेशन सफल ना होने के कारण समस्या ऐसे ही बनी हुई थी। मरीज कई दिनों से बेड पर ही था और कैंसर उसकी हड्डी में फैलता ही जा रहा था। पारस हेल्थ, उदयपुर के डॉ. आशीष सिंघल एवं उनकी टीम ने अत्यंत जटिल सर्जरी के बाद 32 वर्षीय मरीज को नया जीवन दिया है।
डॉ. आशीष सिंघल, ऑर्थोपेडिक एवं ज्वाइंट रिप्लेसमेंट सर्जन, पारस हेल्थ, उदयपुर ने बताया कि "मरीज पिछले दो-तीन साल से हिप कैंसर ट्यूमर के कारण दर्द की समस्या से जूझ रहा था। वह हमारे पास दाहिने हिप में गंभीर दर्द और चलने में असमर्थता की समस्या के साथ आया। उसका पहले दो बार ऑपरेशन किया जा चुका था परंतु समस्या फिर भी बनी हुई थी। फिर हमने जांच के बाद दाहिने हिप के जोड़ के ट्यूमर को हटाने और मेगाप्रोस्थेसिस को डालने का फैसला किया। यह अत्यंत जटिल प्रक्रिया थी। डॉ. ने कहा कि यह अत्यंत दुर्लभ कैंसर था जो बहुत ही कम रोगियों में देखने को मिलता है उन्होंने अपने 12 से 13 सालों के कार्यकाल में इस प्रकार के कैंसर के सिर्फ दो तीन केस ही देखे हैं और सर्जरी के तुरंत बाद ही मरीज अपने पैरों पर चलने में सक्षम हो गया।" मरीज ने डॉक्टरों का धन्यवाद किया और कहा, "पारस हेल्थ, उदयपुर के डॉक्टर्स और स्टाफ ने बहुत सहयोग किया तभी मैं पूरी तरह स्वस्थ हो पाया हूं। पारस हेल्थ के डॉक्टरों ने बहुत ही सावधानी से मेरा इलाज किया और जीने की नई उम्मीद दी।"