भोजपुरी सुपरस्टार पवन सिंह को लेकर इन दिनों सियासी गलियारों में चर्चाएं तेज हैं। प्रशांत किशोर की पार्टी जनसुराज को जॉइन करने की अटकलों पर फिलहाल विराम लग गया है। सूत्रों की मानें तो पवन सिंह की पहली पसंद अब भी भारतीय जनता पार्टी (BJP) ही है, लेकिन पार्टी के साथ सीट को लेकर अंतिम सहमति नहीं बन पाई है।
पवन सिंह ने यह साफ कर दिया है कि वे आगामी विधानसभा चुनाव लड़ेंगे, लेकिन अभी तक यह तय नहीं हुआ है कि किस पार्टी और किस सीट से मैदान में उतरेंगे। चर्चा है कि वे शाहाबाद की किसी विधानसभा सीट से उम्मीदवार हो सकते हैं। पवन सिंह ने BJP से आरा सीट की मांग की थी, लेकिन पार्टी ने इससे इनकार कर दिया। इसके बाद बड़हरा सीट का नाम भी सामने आया, लेकिन वहां राजपूत समुदाय में टिकट को लेकर टकराव की स्थिति बनी हुई है, जिससे स्थिति स्पष्ट नहीं हो पा रही।
बड़हरा सीट का सियासी गणित
BJP ने यहां से राघवेंद्र प्रताप सिंह का टिकट काट दिया है।
अजय सिंह और सूर्यभान सिंह भी टिकट के दावेदार माने जा रहे हैं।
RJD से कई नाम सामने आए हैं, जिनमें सरोज यादव, मौर्या होटल वाले बीडी सिंह, बालू व्यवसायी पुंज सिंह की बेटी, और सुरेंद्र सिंह की पत्नी आशा सिंह शामिल हैं।
पवन सिंह की पत्नी भी मैदान में
पवन सिंह की पत्नी ज्योति सिंह भी चुनावी मैदान में उतरने की तैयारी में हैं। उन्होंने यह संकेत दिया है कि वे जल्द ही अपनी सीट का ऐलान करेंगी। डेहरी और काराकाट सीटों से उनके चुनाव लड़ने की संभावना जताई जा रही है।
निष्कर्ष:
पवन सिंह भले ही जनसुराज के ऑफर से फिलहाल दूर हैं, लेकिन उनका झुकाव अब भी BJP की ओर है। यदि पार्टी के साथ सीट को लेकर सहमति बन जाती है, तो वे BJP के टिकट पर विधानसभा में किस्मत आजमा सकते हैं। वहीं उनकी पत्नी ज्योति सिंह भी राजनीतिक जोड़ी के रूप में अपनी पहचान बनाने की ओर बढ़ रही हैं।