गृह मंत्री अमित शाह की २३ से २५ अक्टूबर तक होने वाले जम्मू कश्मीर दौरे को लेकर प्रदेशभर में सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट पर हैं। गृहमंत्री की यह यात्रा इसलिए भी अहम मानी जा रही है कि वह ५ अगस्त २०१९ को जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म किए जाने व उसके दो संघ शासित प्रदेशों के रूप में पुनर्गठित किए जाने के अलावा हाल के दिनों में घाटी में हुई आम नागरिकों विशेषकर अल्पसंख्यक समुदाय की टारगेट किलिंग के बाद हो रही है। आतंकियों द्वारा इस दौरान प्रवासी मजदूरों पर भी हमले किए गए हैं जिसके कारण घाटी से प्रवासी मजदूरों का पलायन अभी तक पूरी तरह रु क नहीं पाया है। गृहमंत्री शनिवार को विशेष विमान से नई दिल्ली से सीधा श्रीनगर पहुंचेंगे। जहां उनके अन्य कार्यक्रमों के अलावा घाटी के जमीनी हालात को लेकर सुरक्षा समीक्षा की बाबत बैठकें होंगी। सूत्रों के मुताबिक गृहमंत्री श्रीनगर से शारजाह के लिए उड़ान को हरी झंडी देंगे। बताया गया कि गृह मंत्री के साथ गृह सचिव एके भल्ला के अलावा गृह मंत्रालय के कई आला अधिकारी तथा खुफिया व सुरक्षा एजेंसियों के प्रमुख आदि प्रदेश के दौरे पर आ रहे हैं ।