समग्र राष्ट्र आज हिंदी दिवस मना रहा है। प्रत्येक वर्ष चौदह सितम्बर हिंदी दिवस के रूप में मनाया जाता है। 1949 में चौदह सितम्बर को संविधान सभा ने देवनागरी लिपि में हिंदी को राजभाषा के रूप में मान्यता दी थी। देशभर में लगभग चालीस प्रतिशत लोग हिंदी बोलते हैं। संविधान की छठी अनुसूची में शामिल 22 भाषाओं में हिंदी सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा है।
सरकार ने राजभाषा हिंदी को बढ़ावा देने के अनेक उपाय किये हैं। अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर भी हिंदी का व्यापक उपयोग हो रहा है। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का संयुक्त राष्ट्र महासभा में हिंदी में संबोधन आज भी याद किया जाता है।
गृहमंत्री अमितशाह ने कहा है कि यह अत्यंत महत्वपूर्ण है कि किसी देश की एक सामान्य भाषा हो, जो विश्व में इसकी पहचान बने। उन्होंने कहा कि हिन्दी वह भाषा है, जिसमें पूरे भारत को एकजुट रखने की क्षमता है। गृहमंत्री आज नई दिल्ली में हिन्दी दिवस के अवसर पर एक समारोह को संबोधित कर रहे थे।
अमित शाह ने कहा कि भारत विविध भाषाओं वाला देश है और हर भाषा की अपनी महत्ता है, लेकिन यह आवश्यक है कि एक सामान्य भाषा हो जो पूरे देश की पहचान हो। उन्होंने लोगों से अधिक से अधिक हिन्दी का इस्तेमाल करने और ''एक राष्ट्र एक भाषा'' के महात्मा गांधी और सरदार पटेल के सपने को पूरा करने में योगदान की अपील की।