आज महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, उदयपुर के संघटक कॉलेज, प्रौद्योगिकी एवं अभियांत्रिकी महाविद्यालय (CTAE) द्वारा वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान के अंतर्गत एक स्वच्छता अभियान आयोजित किया गया। यह कार्यक्रम ऐतिहासिक सुंदर बाई बावड़ी पर भारत विकास परिषद (सुभाष शाखा) के सहयोग से सम्पन्न हुआ। यह अभियान सीटीएई के अधिष्ठाता प्रो. सुनील जोशी तथा भारत विकास परिषद के वरिष्ठ सदस्य डॉ. पी. सी. जैन के नेतृत्व में संचालित किया गया। इस स्वच्छता कार्यक्रम में 50 छात्रों, संकाय सदस्यों, कर्मचारियों एवं कृषि श्रमिकों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। छात्र कल्याण सहायक अधिष्ठाता प्रो. विक्रमादित्य दवे ने जानकारी दी कि सुंदर बाई बावड़ी एक विरासत स्मारक है, जिसकी आयु 100 वर्षों से अधिक है। यह बावड़ी पूर्व में क्षेत्र के लोगों के लिए पेयजल का प्रमुख स्रोत रही है। इस पहल के माध्यम से इसकी उपयोगिता को पुनः स्थापित करने का प्रयास किया गया, जिसके अंतर्गत इसके फर्श एवं दीवारों की सफाई की गई। प्रो. दवे ने यह भी बताया कि अधिष्ठाता प्रो. सुनील जोशी के नेतृत्व में CSR फंड के माध्यम से इस बावड़ी के जीर्णोद्धार एवं पुनरुद्धार के प्रयास किए जा रहे हैं। कार्यक्रम में भारत विकास परिषद के 30 सदस्यों के साथ-साथ संकाय सदस्य इंजी. रणवीर सिंह शेखावत, श्री एन. के. मोड तथा श्री के. एस. रांका की भी गरिमामयी उपस्थिति रही। यह पहल जल संरक्षण एवं सांस्कृतिक धरोहरों के संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान के व्यापक उद्देश्यों के अनुरूप है।