कोटा । अभिभाषक परिषद के अध्यक्ष पद के दावेदार मनोज पुरी ने चुनावी चर्चा में कोटा के वकीलों को विश्वास दिलाया कि वह चुनाव जीतने के बाद 2 महीने के अंदर अंदर पारिवारिक न्यायालय में वकालतनामा लगवाना शुरू कर देंगे भले ही इसके लिए आंदोलन करना पड़े या अदालत बंद करनी पड़े। वकालतनामा लगने से वकीलों और पक्षकारों दोनों को ही इसका फायदा मिलेगा। उन्होंने कहा कि पारिवारिक न्यायालय में महिलाओं का शोषण होता है । उन्होंने कहा कि न्यायालय में बाबू और रीडर महिलाओं से उटपटांग बातें करते हैं। ने कहा कि वकील होता है तब किसी की हिम्मत नहीं होती इस तरह की बातें करने की। उन्होंने युवा वकील स्टाइपेंड और बुजुर्गों को दिलाने की बात कही। कोटा बार एसोसिएशन के अध्यक्ष के प्रत्याशी मनोज पुरी ने कहा कि वह बच्चे वकीलों को प्लाट दिलाने के लिए भी काम करेंगे। उन्होंने तीसरी बार चुनाव लड़ने पर बताया कि वह नेतागिरी करने नहीं आए हैं वह वकीलों की समस्याओं को हल कराने के लिए आए हैं। मनोज पुरी ने कहा कि मेरे ऊपर कोई भी आरोप नहीं लगा सकता। मैं जो आपसे बातें कर रहा हूं उनको पूरा करूंगा। अगर मैं अपने वादों को पूरा नहीं करता हूं तो अगले साल आप मुझे पकड़ लेना। पहले भी जो वादे किए उन सब को मैंने पूरा किया है। कोटा बार एसोसिएशन के प्रत्याशी एडवोकेट मनोज पुरी ने कहा कि एक वर्ष से वकील समस्याओं से पीड़ित हैं। सड़क पर निकलते हैं तो पुलिस परेशान करती है कोर्ट में आते हैं ज्यूडिशियल के अफसर परेशान करते हैं। उन्होंने कहा की वकीलों के साथ हो रही बदतमीजी से फोन को निजात दिलाने का काम करेंगे। उन्होंने स्वर्गीय सांसद जी का नाम लेते हुए कहा कि वे चुनाव जीते तो उनके नाम से राज्य स्तरीय क्रिकेट प्रतियोगिता शुरू कर आएंगे जिसका उद्घाटन उनके परिजनों से कराया जाएगा। बार प्रत्याशी एडवोकेट मनोज पुरी कोटा बार के वकीलों से अपील की है कि वह रिश्तेदारी, जाति, दोस्ती देखकर वोट ना करें। ने कहा कि जिसकी बात प्रशासन मानता हो जो 24 घंटे आपकी समस्याओं को हल कराने के लिए तैयार रहता हो ऐसे व्यक्ति का चयन करें। गलत व्यक्ति का चयन करने से पूरे वर्ष परेशानी उठानी पड़ती है।