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सथूर बनेगा ‘महात्मा गांधी आदर्श ग्राम’

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13 Dec 19
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सथूर बनेगा ‘महात्मा गांधी आदर्श ग्राम’

कोटा (डॉ. प्रभात कुमार सिंघल) |    राष्ट्रपिता महात्मागांधी के 150वें जयन्ती वर्ष के उपलक्ष्य में राज्य के प्रत्येक जिले में एक ‘महात्मा गांधी आदर्श ग्राम’ बनाये जाने के तहत बूंदी जिले में सथूर ग्राम का चयन  किया गया है।   गांधी के सपनों का आदर्श गांव बनाने की दिशा में पहला कदम गुरुवार को ग्राम स्थूर की पंचायत परिसर में जिला कलक्टर रुक्मणि रियार की अध्यक्षता में आयोजित आमुखीकरण कार्यशाला एवं रैली के साथ उठाया गया। रैली को जिला कलक्टर रुक्मणि रियार ने रैली को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया।       

          कलक्टर रुक्मणि रियार ने इस अवसर पर ग्रामीणों को उनके ग्राम का चयन ‘महात्मा गांधी आदर्श ग्राम’ के रूप में होने पर बधाई दी  और आह्वान किया कि वे सथूर को  जिले का सबसे बेहतरीन आदर्श ग्राम बनाने में हर जन सहभागी बनें। ग्रामीणों को उन्होंने स्वच्छता का महत्व बताते हुए कहा कि सिर्फ अपने घर की नहीं, सम्पूर्ण स्वच्छता की सोच विकसित करनी होगी।  महात्मा गांधी आदर्श ग्राम योजना का शुभारम्भ ग्रामवासियों की रैली निकाल कर  किया गया जिसमें ग्रामीणों ने अपने गांव को सर्वश्रेष्ठ बनाने का संकल्प लिया।
             जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी मुरलीधर प्रतिहार ने  महात्मा गांधी आदर्श ग्राम योजना के बारे में विस्तार से जानकारी दी और बताया कि राज्य सरकार के ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग द्वारा इस महत्वाकांक्षी योजनान्तर्गत 17 सूत्री कार्यक्रम के आधार पर आगामी 5 वर्ष में समग्र रूप से गांव को विकसित किया जायेगा। उपखण्ड अधिकारी मुकेश कुमार चैधरी, सथूर सरपंच मांगीलाल मेघवंशी, पूर्व सरपंच मनमोहन धाबाई, कृषि उपज मंडी निदेशक उमेष धाबाई एवं अन्य गणमान्य जन मौजूद रहे। संचालन स्वच्छ भारत मिशन के जिला परियोजना समन्वयक निजामुद्दीन ने किया। 
रैली को जिला कलक्टर ने दिखाई हरी झण्डी

ऐसे बनेगा गांधी के सपनों का गांव
        बमहात्मा गांधी आदर्श ग्राम में परिवार कल्याण कार्यक्रम को मजबूती से लागू कर सभी पात्र दंपतियों को प्रोत्साहित किया जायेगा। गर्भवती धात्री महिलाओं तथा बालक, बालिकाओं के स्वास्थ्य को महत्व दिया जायेगा एवं कुपोषण की रोकथाम के सभी राष्ट्रीय कार्यक्रमों में सहयोग प्रदान किया जायेगा।  सभी गभर्वती माताओं व बच्चों के स्वास्थ्य जांच एवं टीकाकरण सुनिश्चित कराया जायेगा।
          ग्राम में नशा मुक्त समाज की स्थापना के लिए प्रयास किया जायेगा तथा इसके लिए धूम्रपान, तम्बाकू सेवन एवं अन्य नषीले पदार्थो के सेवन पर प्रतिबंध लगाया जाएगा। सभी बालक-बालिकाओं का शत प्रतिशत नामांकन सुनिष्चित कराया जायेगा तथा उन्हें शिक्षा में साथ साथ कौशल प्रषिक्षण कार्यक्रमों से भी जोड़ा जायेगा। ग्राम में महिलाओं एवं बालक, बालिकाओं के सुखी, संतुष्ट एवं गरिमामय जीवन को सुनिष्चित करने के लिए उनके विरूद्ध भेदभाव, दुव्र्यवहार एवं शारीरिक हिंसा नही होने दिया जायेगा तथा समाज में समानता  का वातावरण कायम किया जायेगा। समस्त प्राकृतिक संसाधनों जैसे कुंआ, बावड़ी, तालाब, नदी, चारागाह, गोचर, ओरण, जमीन, जंगल, पहाड़ इत्यादि का संरक्षण किया जायेगा। इन्हें प्रदूषण एवं अतिक्रमण मुक्त रखा जायेगा और इनके विकास के लिए कार्य किया जायेगा।  ग्राम में वन्य प्राणियों, वनस्पतियों एवं जैव विविधता के संरक्षण पर भी ध्यान दिया जायेगा तथा वृक्षारोपण को बढावा दिया जायेगा। ऐतिहासिक विरासत, सांस्कृतिक धरोहर, धार्मिक स्थल, श्मसान, कब्रिस्तान इत्यादि की सुरक्षा एवं संरक्षण के लिए कार्य किया जायेगा।
            ग्राम में सतत् सामाजिक, सांस्कृतिक एवं आर्थिक विकास को बढावा देने के लिए बिजली, पेयजल, सड़क, स्कूल, खेल मैदान, पार्क, स्वास्थ्य केन्द्र, स्वरोजगार प्रषिक्षण केन्द्र, संचान के साधन, बैंक, मण्डी एवं हाट बाजार इत्यादि जरूरी संसाधानों की उपलब्धता सुनिष्चित करने के लिए प्रयास किया जायेगा। सभी लोगों को आवास एवं षौचालय इत्यादि जरूरी सुविधाएं उपलंबध कराने के लिए कार्य किया जायेगा तथा यह सुनिष्चित किया जायेगा कि इनसे संबंधित योजनाओं का लाभ सबसे पहले गरीब एवं कमजोर लोगों को मिले।रोजगार सृजन एवं सामुदायिक सम्पति निमार्ण के सभी कार्यक्रमों को जनहित में जवाबदेह तरीके से लागू किया जायेगा। कृषि क्षेत्र में उत्पादन क्षमता बढाने के लिए प्रयास किया जायेगा तथा इसके लिए उचित समय पर खाद, बीज, कीटनाषक इत्यादि की उपलब्धता सुनिष्चित करने के लिए सहकारी आंदोलन को मजबूत बनाने के साथ ही बागवानी, जैविक कृषि एवं कम जल खपत वाली फसलों को बढावा दिया जायेगा।
         रोजगार के लिए कृषि भूमि पर निर्भरता को कम करने के लिए उक्त ग्राम में गैर-कृषि क्षेत्रों को बढावा दिया जायेगा तथा इसके लिए स्वयं सहायता समूहों के गठन, विभिन्न आर्थिक गतिविधियों के चयन तथा समूहों को बैंक ऋण दिलाने के लिए कार्य किया जायेगा। ग्राम में जाति, धर्म, क्षेत्र, भाषा एवं सम्प्रदाय के आधार पर होने वाले सभी भेदभावों का विरोध किया जायेगा तथा विभिन्न जातियों, धर्मो, समुदायों एवं सम्प्रदायों के मध्य सौहार्द्र कायम करने और समरसता बढाने के लिए कार्य किया जायेगा। अपने घर, गांव, सार्वजनिक स्थल, धर्मस्थान, विद्यालय, स्वास्थ्य केन्द्र एवं हाट बाजार इत्यादि को स्वच्छ रखने हेतु प्रयास किया जायेगा तथा इसके लिए हर माह सामूहिक श्रमदान और स्वच्छता अभियान आयोजित किया जायेगा।  राष्ट्रीय एकता एवं सामुदायिक सद्भावना का वातावरण विकसित करने के उद्देशय से स्वतंत्रता दिवस, महात्मा गांधी जयंती तथा गणतंत्र दिवस का आयोजन सुनिष्चित किया जायगा। प्रतिवर्ष 14 नवंबर को उक्त ग्राम में ‘‘ मेरा गांव मेरा गौरव‘‘ दिवस का आयोजन किया जायेगा जिसके अंतर्गत प्रातः काल स्वच्छता श्रमदान उत्सव, मध्यान्ह् में खेल-कूद प्रतियोगिता तथा सांयकाल में सांस्कृतिक कार्यक्रम स्थानीय विद्यालय के सहयोग से आयोजित किया जायेगा।


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