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अतिवर्षा से प्रभावित क्षेत्रों में जिला प्रशासन ने तुरंत पहुंचाई राहत

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17 Aug 19
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अतिवर्षा से प्रभावित क्षेत्रों में जिला प्रशासन ने तुरंत पहुंचाई राहत

(डॉ. प्रभात कुमार सिंघल) |  कोटा जिले  में पिछले लगातार वर्षा से पानी भराव के कारण प्रभावित स्थानों पर जिला प्रशासन द्वारा निरंतर राहत एवं बचाव कार्य किया जा  रहा है।  कोटा जिले में मानसून सत्र में औसत 746 मिमी वर्षा होती है, जबकी शुक्रवार तक 770 मिमी वर्षा हो चुकी है।जिले में 14 से 16 तक तीन दिन में तहसील लाडपुरा  में 216 मि.मि, दीगोद  में 189 , पीपल्दा 79,सांगोद में 280 ,रामगंजमंदी में 252 ,मंडाना में 241 ,कनवास255 , चेचट में 80.0 ,खातौली में 79 कुल  796.0 मि.मि. वर्षा दर्ज की गई।

        तीन दिन की वर्षा से जिले के सभी बडे बांधो व छोटे बांधो एवं तालाबों में पूर्ण क्षमता तक जल भराव हो गया है।   दो बडे़ बांध सावनभादो एवं अलनियां पर चादर चल रही है जबकि कोटा बैराज से भराव क्षमता से अधिक पानी की आवक हो रही है जिसे नियंत्रित तरीके से बैराज के गेट खोलकर पानी की निकासी की जा रही है।  बैराज से अधिकतम 1.13 लाख क्यूसेक पानी की निकासी की गई है जिससे शहर के निचले क्षेत्रों मे किसी प्रकार की कोई क्षति नही हुई है। जिला कलक्टर मुक्तानंद अग्रवाल, पुलिस अधीक्षक ग्रामीण राजन दुष्यंत सहित प्रशासनिक एवं पुलिस, एसडीआरएफ वसिविल डिफेंस की टीम द्वारा पानी भराव से प्रभावित आवासीय क्षेत्रों में नाव में सवार होकर मौका निरीक्षण किया कर आम लोगों से सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जाकर मूलभूत सुविधाऐं प्रदान की जा रही हैं।

         लगातार  भारी वर्षा के फलस्वरूप कैथून नगर पालिका क्षेत्र मे बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई तथा कालीसिंध नदी  में झालावाड़ जिले में स्थित कालीसिंध बांध से व अन्य सहायक नदियोें-आहु, अमझार मे लगातार पानी की आवक के कारण कोटा जिले में कालीसिध् पर कोटा-इटावा मार्ग पर बर्ड़ोद पुलिया पर मार्ग बाधित हुआ है तथा इटावा क्षेत्र में पार्वती नदी मे मध्य प्रदेश मे हुई वर्षा से पानी की आवक के कारण खातोली-श्योपुर मार्ग अवरूद्व हो गया है। 
           जिला कलक्टर ने बताया कि 14 अगस्त, 2019 को अपरान्ह नगरपालिका कैथून क्षेत्र में अत्यधिक वर्षा होने, आलनिया बांध में चादर चलने एवं आलनिया बांध से कैथून के मध्य के क्षेत्र में भारी वर्षा के कारण उक्त सम्पूर्ण क्षेत्र का पानी कैथून नगरपालिका क्षेत्र में भर गया। कोटा बैराज में लगातार पानी की आवक के कारण चन्द्रेसल नदी उफान पर बह रही है। इस कारण कैथून नगरपालिका क्षेत्र में 5 से 6 फीट तक आबादी क्षेत्र में जल भराव हो गया। इसकी जानकारी मिलने पर तत्काल उप-खंड अधिकारी, कोटा, तहसीलदार लाडपुरा, एसडीआरएफ, नागरिक सुरक्षा दल, अधीक्षण अभियंता, जयपुर विद्युत वितरण निगम लि0/सार्वजनिक निर्माण विभाग/सिंचाई विभाग कोटा को तत्काल स्थिति से निपटने के लिए कैथून भेजा गया । रात्रि में नगर ही पालिका कैथून में एसडीआरएफ की 4 बोट एवं 32 जवान तथा नागरिक सुरक्षा दल के 50 जवानों के साथ भेजा जिनके द्वारा लगभग 550 व्यक्तियों को रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। प्रभावित व्यक्तियों के लिए नगरपालिका सभा भवन, राजकीय विद्यालयों एवं सार्वजनिक व विभिन्न समाजों के नोहरों में अस्थाई आश्रय स्थल स्थापित कर राहत प्रदान की गई। उन्होंने बताया कि प्रभावित परिवारों को नगरपालिका कैथून द्वारा भोजन सामग्री के पैकेट्स वितरित करवाये गये एवं चिकित्सा दल द्वारा लोगों की चिकित्सा की गई एवं रातभर राहत गतिविधियों से लोगों को राहत प्रदान की गई। 
कैथुन में ही डटे रहे अधिकारी-
जिला कलक्टर ने 15 अगस्त को लगातार वर्षा एवं पानी की आवक के कारण स्थिति नहीं सुधरने पर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण राजन दुष्यंत के साथ प्रभावित स्थानों का नाव में बैठकर दौरा किया तथा कच्ची बस्तियों में जाकर लोगों को सुरक्षित स्थान पर जाने की समझााइस की। अतिरिक्त जिला कलक्टर प्रशासन वासुदेव मालावत, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, ग्रामीण पारस जैन, उपखण्ड अधिकारी दिव्याशु शर्मा एवं अन्य अधिकारियों के दल के साथ थाना कैथून में कैम्प कर राहत गतिविधियॉं संचालित की गई। उन्होंने बताया कि स्थिति लगातार बिगड़ने पर शुक्रवार को सेना को बुलाया गया एवं स्थिति से निपटने के लिए राजस्थान प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों को राहत गतिविधियों में नियुक्त किया गया। गर्भवती महिलाओं एवं बीमारों को रेस्क्यू कर अस्पताल पहुंचाया गया। 15 अगस्त को लगभग 500 व्यक्तियों को रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थानों पर भिजवाया गया। चिकित्सा दल द्वारा नियमित रूप से लोगों को चिकित्सा सहायता प्रदान की गई।  उन्होंने बताया कि 15 अगस्त की रात्रि एवं 16 अगस्त को प्रातः लगभग 100 लोगों को आर्मी एवं राहत दल द्वारा रेस्क्यू किया गया है। 

राहत कार्य
        जिला कलक्टर ने बताया कि 15 अगस्त गुरूवार को 1800 पैकेट्स भोजन का वितरण कराया गया तथा 150 लीटर डीजल, 150 लीटर पैट्रोल एवं 4 गैस सिलैण्डर नगरपालिका कैथून को उपलब्ध करवाये गये। इसी प्रकार 16 अगस्त को दोपहर 2.45 बजे तक 1465 पैकेट भोजन के भिजवाये जा चुके है। इनके अलावा 1000 दूध पाउच तथा 1250 पैकेट बिस्किट के वितरित किये गये। राहत गतिविधियॉं निरंतर संचालित की जाती रहीं है। 16 अगस्त की प्रातः बारिश कम होने पर स्थिति में कुछ सुधार हुआ तथा प्रभावित लोगों को भोजन, राहत कैम्प, चिकित्सा आदि सुविधायें निरंतर जारी है। वर्तमान में सेना/एसडीआरएफ/नागरिक सुरक्षा एवं राहत गतिविधियॉं संचालित की जा रही है । 

            ग्राम आरामपुरा (पटवार मंडल खेडा) रावण जी का चौक, कैथून में 20-25 मकानों में पानी भरने पर एसडीआरएफ, नागरिक सुरक्षा के जवानों के माध्यम से 80 लोगों को रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थान पर भिजवाया। ग्राम जगन्नाथपुरा के मकानों में पानी भरने पर नगर निगम टीम ने 40 लोगों को सुरक्षित निकाला । कोटिल्य नगर, हनुमंतखेड़ा में जल भराव होने पर नगर निगम, कोटा की टीम द्वारा 35 लोगों को सुरक्षित निकाला । ग्राम मंडानिया (बोरखंडी) में जल भराव की सूचना प्राप्त होने पर नगर निगम टीम के माध्यम से 40 लोगों को सुरक्षित निकाला। ग्राम मोहम्मदपुरा थाना बूढ़ादीत में कालीसिंध नदी में उफान के कारण गंाव के चारों तरफ पानी फेल गया। एसडीआरएफ की 9 जवानों की टीम द्वारा 30-35 ग्रामीणों को रेस्क्यू कर निकाला गया है।  प्रभावितों को भोजन की व्यवस्था करवाई गई है । ग्राम मदनपुरा, ग्राम पंचायत खातौली में नदी में पानी ज्यादा आने से डूब में आने वाले परिवारों को अन्य जगह शिफ्ट कर दिया गया है। मौके पर राजस्व, ग्राम पंचायत तथा पुलिस टीम द्वारा निगरानी की जा रही है तथा प्रभावितों को भोजन की व्यवस्था करवाई गई है । 
     कोटा बैराज द्वारा अत्यधिक पानी की आवक के कारण पानी की निकाली के दौरान 15 अगस्त को प्रातः 7 बजे एक मोटर साईकिल से राकेश माखीजा, साक्षी माखीजा एवं रियांश माखीजा के नयापुरा छोटी पुलिया (थाना कुन्हाडी क्षेत्र के अंतर्गत) पर निकलने के दौरन मोटर साईकिल के फिसल जाने के कारण साक्षी माखीजा एवं रियांश माखीजा बह गये। जिनका रेस्क्यू जारी है । इसी दिन 12.30 बजे साजीदेहडा नाला थाना किशोरपुरा में एक व्यक्ति मुकेश पुत्र रामनाथ निवासी सरकारी कॉपलेक्स के पीछे साजीदेहडा मकान के पीछे बनी सीड़ियों पर नहाने के लिए साजीदेहडा नाले में गये उनका संतुलन बिगडने से पानी के तेज बहाव में बह गया। जिसका रेस्क्यू जारी है ।  थाना कनवास के ग्राम आवां के पास 16 को पीलियॉ खाल को पार करते समय निकीता पुत्री रामबिलास, अनुराम पुत्र राम बिलास निवासी आवां, मन्नू पुत्री नेपाल निवासी बूडनी थाना बपावरकलां डूबने पर निकीता, अनुराग को जीवित निकाल लिया है तथा मन्नू की पानी में डूबने से मृत्यु हो चुकी है जिसकी डेथ बॉडी को निकाल लिया है ।  दीगोद क्षेत्र के ग्राम मण्डावरी के पास बरसाती नाले का पार करते समय हिना पुत्री राजेन्द्र निवासी कस्बा अन्ता परिजनों के साथ पार करते समय अचानक नाले में गिरने से मृत्यु हो गई। कोई कार्यवाही नहीं चाहने पर परिजन डेथ बॉडी साथ में ले गए। 
जिले में विभिन्न सड़कों/राजकीय परिसम्पत्तियों/निजी मकानों आदि के नुकसान की प्रारंभिक सूचना के आधार पर जिला कलक्टर द्वारा सर्वे किये जाने के निर्देश दिये गये है । जिले में कस्बा कैथून एवं अन्य प्रभावित क्षेत्रों में नुकसान/राहत सहायता के संबंध में सर्वे कर एनडीआरएफ के नियमों के तहत सहायता प्रस्ताव तैयार किये जा रहे हैं।

मार्ग बंद हुए

      झालावाड से बारां-बपावरकलां के पास परवन नदी पर 3-4 फिट पानी होने से रास्ता बन्द है। कोटा से श्योपुर मार्ग, खातौली से सवाईमाधोपुर मार्ग  एवं कोटा से कैथून सांगोद मार्ग बन्द हैं।


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