कोटा । रेलवे काॅलोनी थाना क्षेत्र में करीब डेढ़ वर्ष पहले हुए डबल मर्डर के मामले में शहर पुलिस ने नए सिरे से जाचं शुरू कर दी हैं। इस प्रकरण की जांच पुलिस उप अधीक्षक भगवत सिंह हिंगड़ को सौंपी गई है।
उल्लेखनीय है पटरी पार रिटायर्ड रेलवे इंजीनियर कैलाशपुरी निवासी बजरंग सिंह नरूका और उनकी पत्नी साधना सिंह की 15 जुलाई 2017 की रात अज्ञात जनों ने घर में घुसकर निर्मम हत्या कर दी थी। जिस प्रकरण में पुलिस ने काफी प्रयास भी किये थे लेकिन पुलिस हत्या का राज नही खोल पाई थी।
पुलिस की जांच से निराश मृतक दम्पती की बेटी मिथलेश कंवर व उनके पति ने प्रधानमंत्री कार्यालय को शिकायत भेजी। पीएमओ के अनुभाग अधिकारी राजीव रंजन कुशवाह ने राज्य के मुख्य सचिव को 14 सितम्बर 2018 को पत्र लिखकर इस मामले में आवश्यक कार्रवाई करने व उसकी सूचना परिजनों को देने के आदेश दिए थे। परिजनों ने गत दिनों स्वाय शासन मंत्री शांति धारीवाल व पुलिस महानिदेशक कपिल गर्ग से मुलाकात की। इसके बाद पुलिस ने इस मामले में नए सिरे से जांच शुरू की।
पुलिस ने इस मामले में नार्को टेस्ट के लिए तीन संदिग्धों का चयन किया था। जिसकी प्रकिया भी विभाग की ओर से शुरू की गई थी। इसमें से दो जने नारको टेस्ट के लिए राजी हो गए। जबकि तीसरे ने मना कर दिया। इसके बाद भी नारको टेस्ट की प्रकिया अभी तक पूरी नहीं हुई थी। यह करीब डेढ़ वर्ष पुराना है। इसमें मामले में नऐ सिरे से जांच शुरू कर दी गई है। मामले की जांच उप अधीक्षक भगवत सिंह हिंगड़ को सौंपी गई है।