कोटा | स्वतंत्रता सैनानी श्री धन्नालाल पटवा का जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल में गुरूवार को सायं 4.15 बजे निधन हो गया उनका पार्थिव शरीर जयपुर से बारां लाया गया एवम स्वतंत्रता सैनानी श्री पटवा का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार 15 फरवरी 2019 को लंका कॉलोनी रावणजी का चौक स्थित मुक्तिधाम बारां पर किया गया।। उल्लेखनीय है कि स्वतंत्रता सैनानी श्री पटवा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वी जयंती के उपलक्ष में आयोजित कार्यक्रमों की श्रृंखला में जयपुर के बिड़ला सभागार मंे 7 फरवरी 2019 को आयोजित सम्मान समारोह में शामिल होने गए थे जहां उनका स्वास्थ्य खराब होने पर एसएमएस अस्पताल के गहन चिकित्सा इकाई में भर्ती कराया गया था। जिला कलक्टर इन्द्रसिंह राव ने 8 फरवरी 2019 को एसएमएस अस्पताल जयपुर जाकर स्वतंत्रता सैनानी श्री धन्नालाल पटवा एवं उनके परिजनों से मुलाकात कर शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की थी।
जिला कलक्टर श्री इन्द्रसिंह राव ने जिला प्रशासन एवं समस्त नागरिकों की ओर से स्वतंत्रता सैनानी श्री धन्नालाल पटवा के निधन पर शोक व्यक्त किया है साथ ही उन्होंने जिले के जनप्रतिनिधियों, नागरिकों, अधिकारियों व कर्मचारियों आदि से अंतिम संस्कार में शामिल होकर अंतिम दर्शन का लाभ लेने की अपील की
स्वतंत्रता आंदोलन में योगदान
श्री पटवा 11 अगस्त 1955 को गोवा मुक्ति आन्दोलन समिति में बारां से कोटा, कोटा से बम्बई, बम्बई से पूना, पूना से बेलगांव, बेलगांव से आरोन्दा हिन्दुस्तान की बोर्डर पर रात्रि 11 बजे पहुंचे, वहां से रात्रि के अंधेरे में लकड़ी की डोंगियों जिनके घास लपेटकर नावें बनाई हुई थी में बैठकर 3 किमी जल सीमा पार कर पणजी पहुंचे पुर्तगालियों से मुक्त कराने हेतु ग्राम टुऐं (गोवा) में झंडा फहराकर टुऐं को पुर्तगालियों से मुक्त कराया। राष्ट्रगान के वक्त पुर्तगाली फोजों द्वारा अन्धाधुन्ध फायरिंग की गई जिसमें इनका साथी पन्नालाल यादव निवासी रामगंजमंडी जिला कोटा शहीद हुआ। उस वक्त का खून से लथपथ तिरंगा ध्वज आज भी बारां नगर पालिका में सुरक्षित रखा हुआ है।
Source :