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पर्यटन विकास के लिए होगा किशोर सागर परिपथ का सौन्दर्यकरण

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09 Jan 19
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पर्यटन विकास के लिए होगा किशोर सागर परिपथ का सौन्दर्यकरण

स्मार्ट सिटी के तहत कोटा में आना सागर के विकास की तर्ज पर किशोर सागर के चारों तरफ आमजन एवं पर्यटकों के भ्रमण के लिए पाथ-वे निर्माण कर सौन्दर्यकरण किया जाएगा। पाथ-वे से सेवर वण्डर्स पर आने वाले पर्यटक भी लाभान्वित होंगे एवं भ्रमण के लिए नया स्थान मिलेगा। 

      किशोर सागर तालाब के चारो तरफ पाथ-वे एवं साजीदेहडा सहित प्रमुख नालों के सौन्दर्यकरण व वाटर ट्रीटमेंट की डीपीआर तैयार करने के निर्देश आज ज़िला कलेक्टर मुक्तानंद अग्रवाल ने टेगोर हॉल में आयोजित समीक्षा बैठक में  दिये। 

जिला कलक्टर ने कहा कि स्मार्ट सिटी के तहत किये जा रहे कार्यों को गुणवत्ता के साथ पूरा कराया जाये। जनहित के कार्यों को प्राथमिकता देते हुए भविष्य में जो भी प्रस्ताव तैयार करें उनमें आमजन के सुझाव आवश्यक रूप से लिये जायें। उन्होंने कहा कि कोटा को स्मार्ट सिटी के कार्यों में अग्रणी पंक्ति के रखने के लिए सभी अधिकारी टीम भावना के साथ कार्य करते हुए जनहित के कार्यों को समय पर गुणवत्ता के साथ पूरा करायें। उन्होंने स्मार्ट सिटी में चयनित अन्य शहरों में कराये गये जनहित के कार्यों से प्रेरणा लेकर ऐतिहासिक स्वरूप को बनाये रखते हुए आधुनिक सुविधाओं युक्त कार्यों के प्रस्ताव तैयार करें। उन्होंने पर्यावरण संरक्षण एवं सूचना प्रौद्योगिकी का समायोजन करते हुए आपसी समन्वय के साथ प्रस्तावित कार्यों की विस्तृत रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिये।

उन्होंने स्मार्ट सिटी के तहत दशहरा मैदान प्रथम फेज, द्वितीय फेज, स्मार्ट क्लास, सिटी बस, कन्ट्रोल कमाण्ड सेन्टर, चौराहों पर सीसी टीवी कैमरे लगाने, ई-लाईब्रेरी, ई-आफिस, बॉयो टॉयलेट, कचरा संग्रहण टिप्पर, बस शेल्टर, ग्रीन वॉल, नाला विकास कार्यों के साथ प्रस्तावित ऑक्सीजोन सेन्टर, आरओबी, पेयजल सप्लाई के कार्यों, खेल सुविधाओं के लिए संकुल का निर्माण, पार्कों में ओपन जिम आदि कार्यों की समीक्षा की। 

जिला कलक्टर ने कहा कि साजीदेहडा नाले में प्रारंभ से अंतिम छोर तक गिरने वाले अन्य नालों एवं झालावाड रोड के समानान्तर नाले को शामिल करते हुए सौन्दर्यकरण एवं वाटर ट्रीटमेंट के लिए विस्तृत रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि बरसात के समय इन नालों से शहर मं बाढ की समस्या भी उत्पन्न नहीं हो तथा गन्दा पानी चम्बल में नहीं गिरे इसका प्लान तैयार करें। उन्होंने नाले के सौन्दर्यकरण को ध्यान में रखते हुए आमजन के भ्रमण एवं आसपास स्थित भूमि का सदुपयोग करते हुए रिपोर्ट तैयार करने की बात कही। 

बैठक में आयुक्त नगर निगम जुगल किशोर मीणा, सचिव यूआईटी आनन्दी लाल वैष्णव, अतिरिक्त मुख्य अभियंता स्मार्ट सिटी एस.के.गर्ग, वित्तीय सलाहकार विधि शर्मा, अतिरिक्त मुख्य अभियंता यूआईटी एस.के.सिंघल, अधीक्षण अभियंता नगर निगम प्रेमशंकर शर्मा, जलदाय विभाग के अनिल कछावा, स्मार्ट सिटी के अधिशाषी अभियंता एन.के. गुप्ता एवं के.एम.शर्मा सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे


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