GMCH STORIES

जीवोत्थान पंचांगम् एवं सांकेतिक जन्म राशि फलानुमान (पाक्षिक  समेकित राशि फल सहित) 09/10/2021,शनिवार

( Read 4071 Times)

09 Oct 21
Share |
Print This Page
जीवोत्थान पंचांगम् एवं सांकेतिक जन्म राशि फलानुमान (पाक्षिक  समेकित राशि फल सहित) 09/10/2021,शनिवार

Jeevotthan Panchangam, Sanskaritam - Evam Janm Rashi Falanuman 
दिनांके -(आँग्ल) 09/10/2021,शनिवार
राष्ट्रीय भारतीय दिनांक 17/07/1943
 17आश्विन मास1943
सृष्टिगतसौरार्कदिनांक -
21/06
/1955885122#(# पंचांगकारानुसार वर्ष, दैनिक सूर्योदय कालीन सूर्य संक्रांति राशि - अंशतः अंकतः स्थानीय व्यवस्था)  
भारतीय पंचांग विक्रमीय दिनांक
18/07/2078 (+19)
( इसे यहाँ निम्नानुसार लिखा है - सूर्योदयी तिथि सौरतः कृष्ण पक्षतः या गताग्र /पूर्णिमांत चैत्रादि मास /विक्रम संवत्|तिथि /मास में वृद्धि) 
तृतीया, शुक्ल पक्ष
आश्विन
तिथि तृतीया07:48:17तक।
तिथि चतुर्थी28:54:49*(क्षया अधितिथि) 
पक्ष शुक्ल
 नक्षत्र विशाखा16:46:04
योग प्रीति18:27:59
करण गर07:48:17
करण वणिज18:20:21
करणविष्टि भद्रा28:54:49*
माह (अमावस्यांत)आश्विन
माह (पूर्णिमांत)आश्विन चन्द्र 
राशि   तुला 11:18:30तक।
चन्द्र राशि   वृश्चिक 11:18:30से।
सूर्य राशि  कन्या
सूर्योदय06:32:30
सूर्यास्त18:14:12
दिन काल11:41:42
रात्री काल12:18:43
चंद्रोदय09:20:39
चंद्रास्त20:35:36
सूर्योदयलग्न  कन्या21°48' ,
'सूर्य नक्षत्र हस्त
चन्द्र नक्षत्र विशाखा
आज के नामकरणाक्षर
पद, चरण3 ते विशाखा11:18:30
4 तो विशाखा16:46:04
1 ना अनुराधा22:14:11
2 नी अनुराधा27:42:58*
मुहूर्त
राहू काल09:28 - 10:56अशुभ
यम घंटा13:51 - 15:19अशुभ
अभिजित्11:59 -12:47शुभ
दूर मुहूर्त08:06 - 08:53अशुभ
चोघडिया, दिन
काल06:33 - 08:00अशुभ
शुभ08:00 - 09:28शुभ
रोग09:28 - 10:56अशुभ
उद्वेग10:56 - 12:23अशुभ
चर12:23 - 13:51शुभ
लाभ13:51 - 15:19शुभ
अमृत15:19 - 16:46शुभ
काल16:46 - 18:14अशुभ
चोघडिया, रात
लाभ18:14 - 19:47शुभ
उद्वेग19:47 - 21:19अशुभ
शुभ21:19 - 22:51शुभ
अमृत22:51 - 24:24*शुभ
चर24:24* - 25:56*शुभ
रोग25:56* - 27:28*अशुभ
काल27:28* - 29:01*अशुभ
लाभ29:01* - 30:33*शुभ
होरा, दिन
शनि06:33 - 07:31
बृहस्पति07:31 - 08:29
मंगल08:29 - 09:28
सूर्य09:28 - 10:26
शुक्र10:26 - 11:25
बुध11:25 - 12:23
चन्द्र12:23 - 13:22
शनि13:22 - 14:20
बृहस्पति14:20 - 15:19
मंगल15:19 - 16:17
सूर्य16:17 - 17:16
शुक्र17:16 - 18:14
होरा, रात
बुध18:14 - 19:16
चन्द्र19:16 - 20:17
शनि20:17 - 21:19
बृहस्पति21:19 - 22:20
मंगल22:20 - 23:22
सूर्य23:22 - 24:24*
शुक्र24:24* - 25:25*
बुध25:25* - 26:27*
चन्द्र26:27* - 27:28*
शनि27:28* - 28:30*
बृहस्पति28:30* - 29:31*
मंगल29:31* - 30:33*
अंतिम कॉलम अंत समय है.
होरा(वारों की प्रकृति तथा करणीय शुभ कामों के अनुसार उपयोगी)  
++++++++++++++++
विशेष विवेचन -     आकाशदर्शन/स्वाध्याय बोध   -  विनायक चतुर्थी। माना चतुर्थी बंगाल उडी़सा। सिंदुर तृतीया। वायव्य ईशान दिशाएँ प्रभावित।  जनहित योजना ।वस्त्र कपडा़ शिक्षा-तकनीकी एवं  विद्वत् सज्जन में किसी प्रकरण में  नव चिंतन । ग्राफिक्स व्यवस्थित प्रभावित पर। । ##############
*अन्तिम कालम अन्त  समाप्तिकाल है।   
*समय आधी रात के बाद, लेकिन अगले दिन के सूर्योदय से पहले। तिथि - वार- नक्षत्र - योग - करण पंचांग में किसी के अशुभ प्रभाव में शुभाधिक्यता में सुयोग की तथा भद्रादि के यथा परिहार की मान्यता प्रचलित। कहीं स्थानीय यथाव्यवस्था देशाचारीय मान्यता से व्रतपर्वोत्सवोंकी व्यावहारिकता प्रचलित । जीवोत्थान स्थानीय देशान्तर - अक्षांश पर संगणित। विशेषार्थ आपके स्थलीय पंचांग दृष्टव्य। 
@जीवोत्थान जन्म राशि फलानुमान @
##################
जन्मराशितःआज सांकेतिक फलानुमान   
(विशेषार्थ स्वजन्म पत्रिका दृष्टव्य)   (एकन्दर राशि फल बोध 
++++++++++++
 वृष कन्या तुला मकर कुंभ  धन राशि वालों के लिये दिनमान के मिश्रित , मेष कर्क वृश्चिक मीन के लिए अड़चन फलद समय  तथा अन्य हेतु अपेक्षाकृत दिनमान ठीक।)
जन्म राशि - - - - - समेकित फलानुमान 
मेष    - मिश्रित 58   %
वृष. -  उलझन 56 %
मिथुन  -सुधार 61 %
कर्क.   - अवरोध 56 %
सिंह. -मिश्रित 61 %
कन्या.   -   उलझन 58 %
तुला.   मिश्रित 58 %
वृश्चिक.   उलझन 58 %
धन. -  ठीक ठाक 59 %
मकर.   - मिश्रित 61 %
कुंभ.   -  ठीक ठाक 52  %
मीन.   -परेशानी 67 %
विशेष - दिन शुद्धि सामान्यतः. मिश्रित 
 फलद  है। 
जीवोत्थान पाक्षिक जन्म राशि  समेकित फलानुमान
================
(अक्टूबर पूर्वार्द्ध )
 मेष - - अनुकूलता 
वृष - - - -अच्छा 
मिथुन - - - - - -  परेशानी 
कर्क - - - - -   लाभ 
सिंह - - - - -लाभदायक
कन्या - - - - अवरोध 
तुला - - - - परेशानी 
वृश्चिक - - - - उन्नति
धन - - - - - - - - - अच्छा 
मकर - - - - - तरक्की
कुंभ - - - - - - अवरोध 
मीन - - - - - - अच्छा 
{(जीवात्मा की विचित्रता, ग्रह-प्रकृति फल भोग।
कर्मफल के सार से, जीवनचक्र - संजोग ।।
स्वात्मदेव सुसाक्षी रख,   स्मरण  परब्रह्म  साथ।
   स्वशुद्धभाव   कर्मरत्   हो , तो साथ रहे नाथ।
   सम्मान प्रदान,दिया ,लिया,,यथा भाग्य सब लेख। 
सुजन  निभावे पात्रता, आप्राण विधि- प्रलेख।। )} 
भारत की अद्वितीय विशेषताओं का, 
  अनवरत् दिव्यामृतपान करनाहै।
   "ब्रह्माण्डोत्थान" हेतु मानवादर्श का, 
   'जीवोत्थान 'सदाश्रय को अपनाना है।। 
 ॐमहर्षि  - यादवेन्द्र जीवोत्थान उदयपुर


Source :
This Article/News is also avaliable in following categories : Headlines , Jyotish ,
Your Comments ! Share Your Openion

You May Like