GMCH STORIES

रेल मंत्रालय के सर्वश्रेष्ठ ११ गुड वर्क में चयनित उत्तर पश्चिम रेलवे के ०२ नवाचारों ने पकडी रफ्तार

( Read 9822 Times)

16 Nov 18
Share |
Print This Page
रेल मंत्रालय के सर्वश्रेष्ठ ११ गुड वर्क में चयनित उत्तर पश्चिम रेलवे के ०२ नवाचारों ने पकडी रफ्तार रेल मंत्रालय द्वारा रेलवे में नवाचारों को स्थान देने के लिए गुड वर्क पोर्टल आरम्भ किया गया था। विभिन्न रेलवे द्वारा इस पोर्टल पर दर्ज सैकडो गुड वर्क में से रेल मंत्रालय ने सर्वश्रेष्ठ ११ नवाचारों का चयन किया जिसमें से ०२ नवाचार उत्तर पश्चिम रेलवे द्वारा आरम्भ किये गये हैं साथ ही काफी प्रचलित हो रहे हैं।
उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसम्फ अधिकारी श्री तरूण जैन के अनुसार गुड वर्क पोर्टल का मुख्य उद्देश्य रेलवे के विभिन्न जोन तथा उत्पादन इकाईयों द्वारा रेलवे में नवाचारों को बढावा देने तथा एक रेलवे में अपनाये गये सफर नवाचार का लाभ रेलवे की अन्य इकाईयों द्वारा लेने का रहा है। रेलवे की कार्यप्रणाली में उन्नत तकनीकी लाने तथा यात्रियों को अधिक सुविधा प्रदान करने के उद्देश्य से उत्तर पश्चिम रेलवे प्रतिबद्ध है। इसी को ध्यान में रखते हुए उत्तर पश्चिम रेलवे द्वारा ’’रेल स्वच्छ‘‘ एप को विकसित किया गया। स्वच्छ रेल पोर्टल का उद्देश्य स्टेशनों की स्वच्छता रेंकिंग को रेल यात्रियों से सीधे साझा करना है। क्वालिटी काउन्सिंग ऑफ इण्डिया द्वारा स्टेशनों की स्वच्छता ऑडिट के तीन विभिन्न श्रेणियों में आंकलन, जिसमें प्रक्रिया ऑडिट, प्रत्यक्ष निगरानी तथा यात्रियों का फीडबैक शामिल है, के आंकडो के आधार पर स्टेशनों की रेंकिंग की जाती है। यात्रियों को उनके पसन्दीदा यातायात के साधन रेलवे के स्टेशनों को सरल प्रक्रिया द्वारा फीडबैक देने के उद्देश्य से उत्तर पश्चिम रेलवे के द्वारा पर्यावरण एवं हाउस कीपिंग प्रबन्ध विभाग द्वारा एन्ड्राॅइड आधारित मोबाइल एप विकसित किया गया, जिसमें यात्री सीधे स्टेशनों की स्वच्छता को फीडबैक देते है। इससे रेलवे को भी अपने स्टेशनों को सुधारने तथा यात्रियों को बेहतर सुविधा प्रदान करने का अवसर मिलता है। हाल ही की रेंकिंग में उत्तर पश्चिम रेलवे के जोधपुर एवं जयपुर ए-१ स्टेशनों की स्वच्छता रेंकिंग में प्रथम एवं द्वितीय स्थान पर रहे हैं।
दूसरे नवाचार के बारे में श्री जैन ने बताया कि उत्तर पश्चिम रेलवे पर्यावरण संरक्षण के प्रति संकल्पवद्ध है। वृक्षारोपण के साथ-साथ कागज निर्माण में वृक्षों की कटाई को रोकने के उद्देश्य से कागज रहित पत्राचार को बढावा देने के लिए उत्तर पश्चिम रेलवे के आईटी विभाग द्वारा इस जोन पर ई-डाक (Electronic Dak/Letters) विकसित किया गया, जिसमें उत्तर पश्चिम रेलवे पर मुख्यालय तथा मण्डलों व कारखानों के मध्य पत्राचार काफी सरल हो गया है। इससे जहाँ एक ओर कई टन कागज की बचत हो रही है, वहीं दूसरी ओर समय की बचत भी हो रही है। इसको और सरलीकृत करते हुए आईटी विभाग ने ई-डाक की एन्ड्राॅइड तथा आईओएस मोबाईल एप्लीकेशन विकसित की जिससे रेलवे में फील्ड से या दूर बैठे रेलकर्मचारी सरकारी पत्रों का अवलोकन तथा जबाव प्रेषित कर सकते है। ई-डाक एप्लीकेशन के तीनों वर्जन एसएमएस अलर्ट सुविधा से युक्त है।

Source :
This Article/News is also avaliable in following categories : Jodhpur News , Rajasthan
Your Comments ! Share Your Openion

You May Like