जैसलमेर /जिले में चल रहे प्रषासन गांवों के संग अभियान राजस्व के मामलों के निस्तारण में ग्रामीणों के लिए वरदान साबित हो रहे है। वर्षों बाद खातेदारों को जहां आपसी सहमति से अपनी-अपनी असली भूमि का मालिकाना हक मिल रहा है।
ग्राम पंचायत डाबला में आयोजित प्रषासन गांवों के संग अभियान-महंगाई राहत केम्प में डाबला निवासी गुमानाराम, ताराराम पुत्र गिरधारीराम व मदनलाल, मनसुखराम पुत्र भंवरूराम ने अपनी सामलाती भूमि के आपसी सहमति से बंटवारें के सम्बन्ध में आवेदन पत्र तहसीलदार निरभाराम कोडेचा के समक्ष प्रस्तुत किया। तहसीलदार ने मौके पर ही पटवारी एवं भू अभिलेख निरीक्षक को निर्देष दिए कि वे इसका प्रकरण तैयार कर बंटवारा की कार्यवाही करावें।
वर्षों से इन खातेदारों के मध्य भूमि जोत का कार्य चल रहा था लेकिन असली हक नहीं मिलने से उनके मन में हमेषा पीड़ा रहती थी। षिविर में गुमानाराम, गिरधारीराम पुत्र ताराराम तथा मदनलाल, मनसुखराम पुत्र भंवरूराम के खेतो का आपसी सहमति से बंटवारा कर उनके हक की जमीन के कागजात तैयार कर राजस्व रिकॉर्ड में अमल दरामद किया गया। षिविर में षिविर प्रभारी एवं सहायक निदेषक लोक सेवाएं सांवरमल रेगर, तहसीलदार निरभाराम कोडेचा एवं डाबला सरपंच दान सिंह ने काष्तकारों को सहमति बंटवारा पत्र प्रदान किए। जैसे ही इन काष्तकारों ने सहमति बंटवारा पत्र प्राप्त किया तो उनके चेहरों पर खुषी छा गई। उन्होंने कहा कि आज वर्षों बाद हमारी मुराद पूरी हुई है एवं अब हमें अपनी-अपनी भूमि का असली मालिकाना हक मिलने से वे राज्य सरकार द्वारा देय विभिन्न योजनाओं का लाभ भी उठा पाएंगे। उन्होंने इस कार्य के लिए संवेदनषील राज्य सरकार एवं राजस्व प्रषासन का आभार जताते हुए कहा कि आज इस षिविर की बदौलत हमारे जीवन का कीमती कार्य हुआ है। इस कार्य के लिए भू अभिलेख निरीक्षक रूद्रदत पालीवाल का भी सराहनीय सहयोग रहा।