जैसलमेर / प्रषासन गांवों के संग अभियान काष्तकारों के लिए कई मायनों में बहुत ही उपयोगी एवं लाभदायी साबित हो रहे है। राजस्व के प्रकरणों में कई गलत नामों का षुद्धिकरण के माध्यम से सही नाम दर्ज होकर राजस्व रिकॉर्ड दुरूस्त हो रहा है।
ग्राम पंचायत डाबला में आयोजित प्रषासन गांवों के संग अभियान के दौरान डाबला के काष्कार नारायणराम ने तहसीलदार जैसलमेर निरभाराम कोडेचा के समक्ष आवेदन पत्र प्रस्तुत कर निवेदन किया कि उसके भूमि की जमाबंदी में उसका नाम नरोणाराम दर्ज हो गया जो कि गलत है। तहसीलदार ने मौके पर ही पटवारी एवं भूमि अभिलेख निरीक्षक को इसकी जांच कर प्रतिवेदन प्रस्तुत करने के निर्देष दिए एवं साथ ही षिविर में मजमे-ए-आम नारायणराम के सही नाम की जानकारी ली तो ग्रामीणों ने बताया कि इसका सही नाम नारायणराम है लेकिन राजस्व रिकॉर्ड में इसका नाम गलती से नरोणाराम दर्ज हो गया था।
तहसीलदार ने सभी आवष्यक जांच करने के बाद पटवारी को निर्देष दिए कि वे नरोणाराम की जगह जमाबंदी में सही नाम नारायणराम दर्ज करावे। षिविर में मौके पर ही नारायणराम का सही नाम दर्ज हो गया। इस प्रकार प्रषासन गांवों के संग अभियान षिविर नारायणराम के लिए एक नई सौगात लेकर आया एवं अब वह नरोणाराम की जगह नारायणराम हो गया। उसने इसके लिए संवेदनषील राज्य सरकार एवं राजस्व प्रषासन के प्रति आभार जताते हुए कहा कि वास्तव में इन केम्पों के बदौलत कितने लोगों को लाभ मिल रहा है।