पाकिस्तान में आईं विनाशकारी बाढ़ से मुल्क को 28 अरब डॉलर का नुकसान हुआ है और प्रभावित इलाकों में दीर्घकालिक निर्माण में दो से 10 साल का वक्त लग सकता है। मीडिया में आईं खबर में यह जानकारी दी गई है। बाढ़ के मद्देनजर आपदा उपरांत जरूरतों के आकलन (पीडीएनए) के मुताबिक, पाकिस्तान में गरीबी में पांच फीसदी की बढ़ोतरी हुईं है जिससे संकेत मिलता है कि करीब 90 लाख से 1.2 करोड़ लोग गरीबी रेखा के नीचे जा सकते हैं। पाकिस्तान में जून के मध्य में भारी बारिश के बाद भीषण सैलाब आया था जिसमें 1600 से ज्यादा लोगों की मौत हो गईं थी और हजारों लोग जख्मी हुए हैं। डॉन अखबार ने सरकारी आंकड़ों के हवाले से खबर दी है कि जलवायु परिवर्तन की वजह से आईं आपदा के कारण 18 से 20 लाख नौकरियां चली गईं हैं और नकदी संकट से जूझ रहे देश में मौजूदा वित्तीय वर्ष में मुद्रास्फीति 23-25 फीसदी पहुंच सकती है।