कोलंबो । रानिल विक्रमसिंघे ने शुावार को छठी बार श्रीलंका के प्रधानमंत्री के तौर पर कार्यंभार संभाल लिया हालांकि विपक्षी दलों एसजेपी और जेवीपी ने घोषणा की कि वे नए प्रधानमंत्री को कोईं समर्थन नहीं देंगे क्योंकि उनकी नियुक्ति के दौरान लोगों की आवाज का सम्मान नहीं किया गया।
यूनाइटेड नेशनल पार्टी यूएनपी के नेता विक्रमसिंघे 73 ने बृहस्पतिवार को श्रीलंका के 26वें प्रधान मंत्री के तौर पर शपथ ली जब देश में सोमवार से कोईं सरकार नहीं थी। राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे के बड़े भाईं और प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे ने देश में हिंसा भडक़ने के बाद इस्तीफा दे दिया था।