ईरान की मीडिया ने बताया कि संसद ने एक विधेयक को मंजूरी दी है जिसमें अमेरिका की पूरी फौज को आतंकी बताया गया है।ईरान के सांसदों ने पिछले हफ्ते एक विधेयक को मंजूरी दी थी जिसमें मध्य-पूर्व में अमेरिकी फौज को आतंकी बताया गया था जिसके बाद यह विधेयक पेश किया गया है। इससे पहले अमेरिका ने ईरान के रिवॉल्यूशनरी गार्ड को आतंकी बताया था। इसना संवाद समिति ने खबर दी कि मंगलवार को सत्र में 215 सांसदों में से 173 ने मतदान किया। विधेयक में यह भी मांग की गई है कि ईरान की सरकार उन अन्य सरकारों के खिलाफ भी अनिर्दिष्ट कार्रवाई करे जो औपचारिक रूप से अमेरिका के उस पदनाम का समर्थन करते हैं जो उसने ईरान की सेना के लिए दिया है। सऊदी अरब, बहरीन और इस्रइल ने ट्रम्प प्रशासन के पदनाम का समर्थन किया है। 2015 में अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने ईरान को दुनिया की बड़ी ताकतों के साथ परमाणु समझौते से अलग कर दिया था। हालांकि, तब चीन, भारत, जापान, दक्षिण कोरिया, ताइवान, तुर्की, इटली और यूनान सहित आठ देशों को छह माह के लिये ईरान से तेल आयात की अनुमति दी गई थी। इसके साथ ही ईरान से तेल आयात में कटौती की भी शर्त लगाई गई थी।