ग्रामीण समस्याओं का तकनीकी समाधान अब शोध व अनुसंधान के क्षेत्र में लगे उच्च शिक्षण संस्थानों के छात्र-छात्राएं करेंगे। आईआईटी ने इस दिशा में पहल करते हुए रूरल इनोवेशन टैक्नोहंट की शुरुआत की है। यह एक ऐसी पहल है जिसके तहत ग्रामीण समस्याओं को चिन्हित किया जाएगा और उनका समाधान ढूंढा जाएगा। उच्च शिक्षा संस्थानों में शोध व अनुसंधान कर रहे छात्रों की प्रतिभा का इस्तेमाल देश की ज्वलंत समस्याओं में करने के लिए मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा आयोजित किए गए हैकथॉन के बाद अब उसी तर्ज पर एक नई पहल आईआईटी दिल्ली के रूरल टेक्नॉलोजी एक्शन ग्रुप की ओर से की गई है। यह पहल ग्रामीण समस्याओं का तकनीकी समाधान पर आधारित है, इसलिए ही आईआईटी प्रशासन ने इसे ग्रामीण अभिनव टैक्नोहंट नाम दिया है। इस पहल का लक्ष्य ग्रामीण समस्याओं की पहचान करना और उन्हें हल करने के लिए तकनीकी सुझाव देना है। इस पहल के तहत जिन ग्रामीण समस्याओं पर काम किया जाएगा उनमें कृषि और पशुपालन, गांव, उद्योग, शिक्षा, स्वास्य, ऊर्जा संसाधन, जल व स्वच्छता आदि शामिल हैं। रूरल टेक्नॉलोजी एक्शन ग्रुप के समन्वयक और प्रिंसिपल इनवेस्टिगेटर (पीआई) प्रोफेसर एसके साहा का कहना है कि इस ग्रुप की स्थापना का उद्देश्य ही विद्यार्थियों को धरातल पर तकनीकी समस्याओं व चुनौतियों से अवगत कराना तथा उन पर काम करने के लिए प्रेरित करना है।
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