ब्रिटेन की प्रधानमंत्री थेरेसा मे ने विवादित ब्रेक्जिट समझौते को लेकर बुधवार को अपने नेतृत्व में सांसदों के भरोसे को कायम रखते हुए अहम विास मत जीत लिया। हालांकि इसके लिए उन्हें बागी सांसदों को यह तसल्ली देनी पड़ी कि 2022 के अगले आम चुनावों में वह पार्टी का नेतृत्व नहीं करेंगी। प्रधानमंत्री पद पर बने रहने के लिए भले ही उन्हें अपनी पार्टी की समर्थन मिल गया हो लेकिन कंजव्रेटिव पार्टी के एक तिहाई से ज्यादा सासंदों ने उनके खिलाफ मत डाले। यह उनके उस कड़े संघर्ष को रेखांकित करता है जिसका सामना उन्हें अपने ब्रेक्जिट समझौते को संसद से पारित कराने में करना पड़ रहा है। गोपनीय मतदान में की कंजव्रेटिव पार्टी के कुल 317 सांसदों में से 200 ने उनके पक्ष में वोट दिए जबकि 117 मत उनके खिलाफ पड़े। जून 2016 में 28 सदस्यीय यूरोपीय संघ से बाहर होने के लिए ब्रिटेन द्वारा डाले गए मत के बाद से प्रधानमंत्री पद पर काबिज मे के नेतृत्व को अब कम से कम एक साल के लिए किसी तरह की चुनौती का सामना नहीं करना पड़ेगा। उनकी ब्रेक्जिट नीति से आक्रोशित उनकी पार्टी के 48 सांसदों ने अविास पत्र दिया था जिसके बाद यह विास मत कराया गया। इन सांसदों का कहना है कि मे की ब्रेक्जिट नीति 2016 के जनमत संग्रह के परिणामों को धता बताती है। मे ने नतीजे घोषित होने के तुरंत बाद डाउनिंग स्ट्रीट के बाहर एक बयान में कहा, मैं समर्थन के लिए आभारी हूं, मेरे कई सहयोगियों ने मेरे खिलाफ वोट दिया और उन्होंने जो कहा मैंने उसे सुना।इस वोट के बाद अब हमें ब्रिटिश लोगों के लिए बेक्जिट और इस देश के लिए बेहतर भविष्य बनाने के काम पर ध्यान लगाने की जरूरत है।
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