उदयपुर। खराब फेफडे के कारण श्वास लेने में तकलीफ होने और ताण के झटके से ग्रसित रोगी का मोटरसाइकिल से गिरने के कारण कुल्हा फ्रेक्चर हो गया था। बेडवास स्थित जीबीएच जनरल हॉस्पीटल में आर्थोपेडिक एवं ज्वाइंट रिप्लसमेंट विभाग में इन हाईरिस्क रोगी का कुल्हा प्रत्यारोपण किया गया।
ग्रुप डायरेक्टर डॉ. आनंद झा ने बताया कि पांच दिन पूर्व गोपाल (५३) बाइक चलाते गिरने के कारण चल भी नहीं पा रहे थे। इस पर इन्हें परिजन घायल हालत में बेडवास स्थित जीबीएच जनरल हॉस्पीटल की इमरजेंसी में लेकर पहुंचे। यहां ज्वाइंट रिप्लेसमेंट एवं आर्थोस्कॉपिक सर्जन डॉ. सूर्यकांत पुरोहित ने एक्स-रे एवं एमआरआई में पाया कि रोगी का कुल्हा बूरी तरह फ्रेक्चर हो गया है। कुल्हा रिप्लसमेंट ही विकल्प दिखाई दिया, लेकिन रोगी को फेफडे में इंफेक्शन होने और अस्थमेटिक होने से श्वास लेने में तकलीफ थी। इसके अलावा मरीज को लगातार ताण के झटके भी आते हैं। ऐसे में मरीज का ऑपरेशन हाई रिस्क था। इसमें निश्चेतना विभाग के डॉ. पियूष गर्ग की सलाह लेकर ऑपरेशन किया गया। ऑपरेशन में कुल्हा प्रत्यारोपण किया गया और मरीज को आईसीयू में रखा गया। वहां मरीज को दूसरे दिन खडा कर चलाया गया। शनिवार को मरीज को डिस्चार्ज कर दिया गया। इस ऑपरेशन में डॉ. सूर्यकांत पुरोहित, डॉ. सौरभ अग्रवाल और डॉ. पियूष गर्ग की टीम का सहयोग रहा।