चुरू पंडित दीनदयाल मेडीकल कॉलेज में उदयपुर के वाटर हीरो डॉ पी. सी .जैन ने अपनी वेबिनार में कहा कि मेडीकल प्रोफेशन से जुड़े विशेषकर डॉक्टर्स जन जन से रूफ टॉप रेन वाटर हार्वेस्टिंग करवा कर दूषित जल से होने वाली कई बीमारियों जेसे फ्लोरोसिस,किडनी डिसेसेस,डायबिटीज ,कैंसर ,ऑस्टियोपोरोसिस ,आर्सेनोसिस और टाइफाइड ,पीलिया ,दस्ते इत्यादि कई बीमारियों से बचा सकते हे और उनसे होने वाली जाने भी बच जायगी |
उन्होंने अपनी वेबिनर “सरक्षण “ में अपने प्रेजेंटेशन में नित्य पानी बचाने और वर्षा ऋतू में अपनी छत पर गिरने वाले वर्षा जल भूजल ,हैण्ड पंप ,बोरवेल ,कुए इत्यादि में डालने की सबसे सस्ती ,सरल ,तीव्र ,सीधी पानी को पानी में डालने वाली देवास वाटर तकनीक भी बताई |
कॉलेज के छात्र –छात्राओ द्वारा अभिनीत “ मेरे भाग्य में कितना पानी “ डॉ पी सी जैन के निर्देशन में रचित जल –नाटिका का भी प्रदर्शन कर जल सरक्षण का सन्देश निराले ढंग से दीया |विधार्थियों ने अलग अलग जल –नारे गाकर जन जन में जल जागरूकता का प्रयास भी इस वेबिनार में किया | राहुल बालन, प्रिया मीणा, इशिका जैन, चंद्रकला, रूशाली, युवराज सिंह, खुशी बजाज, नीतू कंवर, सोनम शेखावत ने अभिनय किया |
वेबिनार का प्रारंभ प्राचार्य डॉ सीता राम गोठवाल ने डॉ पी सी जैन का स्वागत कर उनको हर वर्ष मिलने वाले रास्ट्रीय एवम स्थानीय पुरुस्कारों के बारे में बताया और कहा कि मेडीकल छात्रों को इस जल सरक्षण अभियान से जीवन भर के लिए जुड़ना चाहिए क्योकि स्वास्थ्य जल की गुणवत्ता से सीधा जुड़ा हे शुद्द जल तो शुद्द तन और शुद्द तन तो शुद्द मन होगा |
डॉ रजनी पटेल ने डॉ जैन को धन्यवाद ज्ञापित कर कहा कि हर विधार्थी को जल – सरक्षण के इस अभियान में सतत जुड़ा रह कर समाज का मार्ग दर्शन करना चहिये |
अंत में छात्र छात्राओ ने जल – शपथ लेकर ,जल श्रोतो में कूड़ा –कर कट न डालने ,नित्य बचाने,वर्षा जल से भूजल रिचार्ज करने का अभियान चलाने का संकल्प लिया |