उदयपुर,रविवार को राजस्थान की राजनीति में समर्पण, संघर्ष और सशक्त नेतृत्व की प्रतीक रहीं पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. गिरिजा व्यास को आज उदयपुर के रक्षाबंधन स्थित कांग्रेस मीडिया सेंटर में अत्यंत श्रद्धा और सम्मान के साथ याद किया गया। इस अवसर पर कांग्रेस परिवार ने उन्हें न केवल एक नेता के रूप में, बल्कि एक विचारधारा, एक आंदोलन और सामाजिक चेतना की मूरत के रूप में नमन किया।
कार्यक्रम की शुरुआत प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव और प्रवक्ता पंकज कुमार शर्मा द्वारा डॉ. व्यास की तस्वीर पर माल्यार्पण एवं पुष्पांजलि अर्पित कर हुई। उपस्थित जनसमूह की आंखों में श्रद्धा और दिलों में प्रेरणा की झलक साफ दिखाई दी।
पंकज शर्मा ने भावुक स्वर में कहा:
"डॉ. गिरिजा व्यास केवल एक नाम नहीं, वह एक युग थीं। उन्होंने नारी चेतना को नई दिशा दी, समाज के वंचित वर्गों के अधिकारों के लिए निरंतर संघर्ष किया और भारतीय राजनीति को संवेदनशील नेतृत्व का अनूठा उदाहरण दिया। उनका योगदान न केवल कांग्रेस के लिए, बल्कि समूचे देश और विशेषकर राजस्थान के लिए गर्व की बात है।"
इस भावपूर्ण आयोजन में वरिष्ठ ओम आगाल, फिरोज अहमद शेख, विजय साहू, नारायण शर्मा, राजेंद्र माहेश्वरी, गजेंद्र अग्रवाल, राकेश बटुका, विजय बटुका, नरेंद्र कुमार जैन, विष्णु जैन, कैलाश माहेश्वरी, नरेश स्वामी, राधे स्वामी,नितेश सर्राफ
नरेंद्र सर्राफ, मुकेश जाट सहित कई गणमान्यजन उपस्थित रहे। सभी ने एक स्वर में डॉ. व्यास के सेवा-पथ को 'अनुसरणीय धरोहर' करार देते हुए उनके सिद्धांतों पर चलने का संकल्प लिया।
कार्यक्रम का हर क्षण श्रद्धा, प्रेरणा और आत्मीयता से भरा रहा। डॉ. व्यास की स्मृति में गूंजती हर आवाज़, मानो यही कह रही थी—
"नेता वे नहीं जो सिर्फ सत्ता करें, नेता वे हैं जो चेतना जगाएं, बदलाव लाएं और सदी दर सदी दिलों में ज़िंदा रहें।"
डॉ. गिरिजा व्यास का जीवन, उनकी विचारशीलता और सेवा भाव आने वाली पीढ़ियों को मार्गदर्शन देता रहेगा। उनका जाना एक युग का अवसान है, पर उनकी विरासत सदैव अमर रहेगी।