नेशनल हाईवे पर कानून एवं शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत के निर्देशों पर रविवार को खेरवाड़ा पंचायत समिति सभागार में जनजाति अभ्यर्थियों के साथ अधिकारियों, जनप्रतिनिधियों व सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों की संयुक्त बैठक में शांति की राह खुली और शाम को जनजाति अभ्यर्थियों ने डूंगरपुर जिले की कांकरी डूंगरी से अपना धरना समाप्त कर दिया।
जनजाति क्षेत्रीय विकास मंत्री श्री अर्जुनसिंह बामनिया की मौजूदगी में आयोजित बैठक में उदयपुर सांसद अर्जुनलाल मीणा, बांसवाड़ा-डूंगरपुर सांसद कनकमल कटारा, पूर्व केबिनेट मंत्री महेन्द्रजीतसिंह मालवीया व दयाराम परमार, पूर्व सांसद रघुवीरसिंह मीणा व ताराचंद भगोरा, डूंगरपुर विधायक गणेश घोघरा, सागवाड़ा विधायक रामप्रसाद, चौरासी विधायक राजकुमार रोत, पूर्व विधायक सुशील कटारा व देवन्द्र कटारा सहित अन्य समस्त जनप्रतिनिधियों व सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने जनजाति अभ्यर्थियों के प्रतिनिधिमण्डल के साथ तसल्ली से चर्चा की तथा आंदोलन के विषय, लोकशांति कायम करने और आंदोलन के शांतिपूर्ण समाधान की राह पर विचार विमर्श करते हुए शांति बहाली की राह तलाशी।
समस्त जनप्रतिनिधियों और प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों की समझाईश व सुझाव के बाद जनजाति अभ्यर्थियों ने धरना समाप्त करने पर सहमति जताई। इसके बाद समस्त जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों के साथ अभ्यर्थियों के प्रतिनिधिमण्डल ने हाईवे स्थित धरनास्थल तक पैदल मार्च किया और आमजन में शांति बहाली का विश्वास जताया। अब एनएच 8 पर हालात सामान्य हो चुके हैं और आवाजाही शुरू हो गई है।
इस मौके पर राज्य स्तर से पहुंचे पुलिस महानिदेशक (अपराध) एम.एल. लाठर, जयपुर पुलिस कमीश्नर आनन्द श्रीवास्तव और अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो) एम.एन. दिनेश के साथ ही उदयपुर संभागीय आयुक्त विकास एस भाले, आईजी बिनीता ठाकुर, उदयपुर जिला कलक्टर चेतन देवड़ा, डूंगरपुर कलक्टर कानाराम व कई प्रशासनिक व पुलिस अधिकारी मौजूद थे।
मुख्यमंत्री के निर्देश पर रात्रि में ही पहुंचे 3 वरिष्ठ पुलिस अधिकारी:
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने शनिवार रात को ही उदयपुर एवं डूंगरपुर जिलों में हिंसक प्रदर्शनों की स्थिति पर राज्य स्तरीय पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों के साथ लगातार बैठकों के माध्यम से हिंसा-प्रभावित क्षेत्रों में कानून-व्यवस्था की स्थिति का जायजा लिया था और अधिकारियों को स्थिति पर नियंत्रण के लिए आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए थे। मुख्यमंत्री ने उच्च-स्तरीय बैठकों के बाद प्रदर्शनकारियों के साथ बातचीत कर स्थिति को नियंत्रण में रखने तथा कानून-व्यवस्था के दृष्टिगत पुलिस महानिदेशक लाठर, जयपुर पुलिस कमीश्नर आनन्द श्रीवास्तव और अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो) एम.एन. दिनेश सहित अन्य अधिकारियों को रात्रि में ही हेलीकॉप्टर से डूंगरपुर भेजा था।