अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (आईएफएफआई) के दौरान कोंकणी फिल्मों का प्रदर्शन नहीं किए जाने को लेकर सवाल उठने लगे हैं। आईएफएफआई का आयोजन गोवा में 20-28 नवम्बर के बीच होने वाला है। मीडिया की खबरों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए गोवा विधानसभा में विपक्ष के नेता दिगंबर कामत ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत को हस्तक्षेप कर यह सुनिश्चित करना चाहिए कि आईएफएफआई के 50वें संस्करण में गोवा की फिल्मों को स्थान मिले। कामत ने कहा कि जब वह राज्य के मुख्यमंत्री और गोवा मनोरंजन सोसाइटी (ईएसजी) के अध्यक्ष थे तब गोवा के फिल्मकारों की फि़ल्में समारोह के आधिकारिक खंड में प्रदर्शित की गई थीं और फिल्म महोत्सव में ईएसजी के पांच आधिकारिक सेक्शन थे लेकिन 2012 से महोत्सव में ईएसजी का एक भी सेक्शन नहीं है। उन्होंने कहा कि राज्य की भाजपा सरकार और ईएसजी को यह मामला केंद्र के सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के समक्ष ले जाना चाहिए।