जित मेरठ:- मेला... एक ऐसा अनुभव जहां खुशी, बचपन की यादें, अपनों का साथ, आस्था और स्वाद सब एक साथ मिलते हैं और इस साल, मेरठ के ऐतिहासिक नौचंदी मेले में, लोगों को एक अनोखा और दिलचस्प अनुभव मिला। वहां मौजूद लोगों को सन नियो के नए शो 'दिव्य प्रेम: प्यार और रहस्य की कहानी' की झलक देखने को मिली। पहली नज़र में यह स्ट्रॉल भले ही बाकि स्टॉल्स जैसा ही दिखता था, लेकिन जैसे ही कोई पास जाता, एक जादुई अहसास उसे अपनी ओर खींच लेता। दिव्या और प्रेम की लाइफ साइज़ कट-आउट्स और मूर्तियों ने हर दर्शक का स्वागत कुछ इस तरह किया जैसे वे उन्हें अपनी रहस्मयी दुनिया में बुला रहे हों। लोग रुके, तस्वीरें खिंचवाईं, मोबाइल स्टैंड-कम-कीचेन जैसे छोटे-छोटे गिफ्ट्स लिए और बिना कलाकारों से मिले ही, उनसे जुड़ाव महसूस किया। मेले के बीचो बीच खड़ा सन नियो का वॉचटावर यह यहां सबसे अलग और आकर्षक दिखता रहा और दर्शकों को अपनी ओर खींचता रहा।
दिव्या का किरदार निभा रहीं अभिनेत्री मेघा रे ने कहा,"मुझे हमेशा से लोकल मेलों की रौनक से बहुत लगाव रहा है। जब लोग दिव्या के कट-आउट के साथ ऐसे फोटो खिंचवा रहे थे, ऐसा महसूस हुआ मानो वह उनकी अपनी हो ऐसे में दर्शकों के साथ एक गहरा जुड़ाव महसूस हुआ। कहानियां सिर्फ स्क्रीन तक सीमित नहीं होतीं, वे वहीं ज़िंदा होती हैं जहां लोग जीते हैं, जश्न मनाते हैं और उसे महसूस करते हैं।"
प्रेम का किरदार निभा रहे अभिनेता सूरज प्रताप सिंह ने भी अपनी भावनाएं साझा करते हुए कहा, "मैं भले ही वहां मौजूद नहीं था, लेकिन इतने जीवंत और सांस्कृतिक माहौल में लोग प्रेम से मिल रहें हैं यह जानकर मुझे बहुत ख़ुशी हुई और यह मेरे लिए बेहद खास है। यह जानकर ख़ुशी होती है कि हम किसी के पारिवारिक पल या बचपन की मेला - यादों का हिस्सा बन रहे हैं । "दिव्य प्रेम: प्यार और रहस्य की कहानी उज्जैन में रहने वाली दिव्या नाम की लड़की के इर्द गिर्द घूमती है और उसकी ज़िंदगी एक जादुई मोड़ तब लेती है जब उसका सामना प्रेम से होता है। रोशनी और अंधकार दो दुनिया के बीच चल रही यह कहानी प्यार, रहस्य और प्राचीन शक्तियों को एकसाथ पिरोती है। जैसे-जैसे इन दोनों की राहें एक- दूसरे से टकराती हैं, एक भूला- बिसरा अतीत उनकी नियति को आकार देने लगता है।देखिए ‘दिव्य प्रेम: प्यार और रहस्य की कहानी', हर सोमवार से रविवार, रात 8:30 बजे, सिर्फ सन नियो पर