उदयपुर, राजस्थान – राजस्थान विद्यापीठ कुल द्वारा बेमला-कुराबड़ में संचालित नवीन राजस्थान विद्यापीठ महाविद्यालय और महाराणा प्रताप पब्लिक स्कूल में सोमवार को भव्य प्रवेशोत्सव कार्यक्रम आयोजित किया गया।
कार्यक्रम में कुलाधिपति बी.एल. गुर्जर ने अपने संबोधन में कहा कि विद्यापीठ अपनी स्थापना के समय से ही समाज के हर वर्ग तक शिक्षा पहुंचाने के लिए निरंतर प्रयासरत है। उन्होंने कहा, “शिक्षा प्राप्त करना हर व्यक्ति का अधिकार है और हम इसे सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं।”
इस अवसर पर कुलपति कर्नल प्रो. एस.एस. सारंगदेवोत ने कहा कि संस्था के संस्थापक जनुभाई ने 1937 में शिक्षा के माध्यम से आदिवासी और वंचित वर्गों के उत्थान का सपना देखा था। उन्होंने कहा कि भारत को 2047 तक एक विकसित राष्ट्र बनाने का लक्ष्य तभी साकार हो सकता है जब अंतिम पंक्ति तक शिक्षा की पहुंच हो। नई शिक्षा नीति 2020 इसी दिशा में एक क्रांतिकारी कदम है, जो विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास और भारतीय ज्ञान परंपरा से जुड़ाव को प्रोत्साहित करती है।
गुर्जर ने विद्यापीठ की टीम के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि संस्था का उद्देश्य वंचित और पिछड़े वर्गों तक शिक्षा की ज्योति पहुंचाना है, ताकि समाज में समान अवसर उपलब्ध कराए जा सकें।
इस अवसर पर सामाजिक क्षेत्र में उत्कृष्ट सेवाएं देने वाले 90 सामाजिक कार्यकर्ताओं को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में अभिभावकों, विद्यार्थियों, जनप्रतिनिधियों और विश्वविद्यालय परिवार के सदस्यों की उपस्थिति रही।