उदयपुर। भारतीय सामाजिक विज्ञान अनुसंधान परिषद एवं मोहनलाल सुखाडिय़ा विश्वविद्यालय के हिन्दी विभाग के संयुक्त तत्वावधान में ‘हिन्दी साहित्य-सिनेमा-समाज तथा अन्य माध्यम’ पर दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन 6 एवं 7 अक्टूबर को सुखाडिय़ा विवि के स्वामी विवेकानंद सभागर में किया जा रहा है। यह जानकारी मंगलवार को आयोजित प्रेसवार्ता में आयोजन सचिव डॉ. नीता त्रिवेदी ने दी। इस अवसर पर डॉ. नीतू परिहार, डॉ. नवीन नंदवाना भी उपस्थित थे।
डॉ. नीता त्रिवेदी ने बताया कि यह संगोष्ठी व्यापक फलक एवं विस्तृत उद्देश्य हेतु आयोजित की जा रही है। संगोष्ठी में हिन्दी साहित्य और समाज का सिनेमा तथा अन्य दृश्य-अदृश्य माध्यमों यथा- ओटीटी प्लेटफॉर्म, टीवी धारावाहिक, विज्ञापन, वेबसीरिज, पत्रकारिता, प्रिंट मीडिया, शॉर्ट मूवीज, क्षेत्रीय सिनेमा आदि से अन्तर्संबंध पर सैद्धांतिक एवं व्यावहारिक विचार-विमर्श किया जाएगा। इन सभी माध्यमों के सैद्धांतिक पक्ष पर विचार-विमर्श हेतु साहित्य एवं समाज के प्रबुद्ध शिक्षाविद्, आचार्य, सहआचार्य, सहायक आचार्य देश के विभिन्न भागों से हमारे मध्य उपस्थित रहेंगे। साथ ही व्यावहारिक अनुभवों को हमारे मध्य साझा करने हेतु सिनेमा जगत एवं अन्य माध्यमों से कई महत्त्वपूर्ण अभिनेता, पटकथा लेखक, गीतकार, संगीतकार आदि भी विभिन्न सत्रों में उपस्थित रहेंगे।
डॉ. नीता त्रिवेदी ने बताया कि संगोष्ठी में सिने जगत से अखिलेन्द्र मिश्र, राहुल खैल, दिलीप सेन, मृत्युंजय कुमार सिंह, सत्य व्यास, आदित्य ओम, चिन्मय भट्ट, कपिल पालीवाल, सोमेन्द्र हर्ष, तेजस पूनिया, कुणाल मेहता, जिगर नागदा आदि कई महत्त्वपूर्ण व्यक्तित्व विभिन्न सत्रों में उपस्थित रहेंगे। दो दिवसीय संगोष्ठी में 500 के लगभग युवा एवं जनसमूह की प्रतिभागिता की आशा है। संगोष्ठी में आमजन भी शामिल हो सकते हैं। उनके लिए निशुल्क पास की व्यवस्था की गई है। पास सेमीनार स्थल पर ही प्रात: 9 बजे से प्राप्त किये जा सकते हैं।
डॉ. नीता त्रिवेदी ने बताया कि संगोष्ठी 6 अक्टूबर प्रात: 10 बजे प्रारंभ होगी। उद्घाटन समारोह के मुख्य अतिथि टेलीविजन, रंगमंच तथा सिनेमा क्षेत्र के नामचीन अखिलेन्द्र मिश्र होंगे। मुख्य वक्ता बुंदेलखंड विश्वविद्यालय झांसी के प्रो. पुनीत बिसारिया होंगे। समापन सत्र के मुख्य अतिथि मशहूर निर्देशक एवं लेखक राहुल खैल तथा मुख्य वक्ता इंदिरा गांधी मुक्त विवि दिल्ली के प्रो. नरेन्द्र मिश्र होंगे। इसके अतिरिक्त इन दो दिनों में एक व्याख्यान सत्र, दो संवाद सत्र तथा तीन तकनीकी सत्र होंगे। जिसमें संगीतकार दिलीप सेन, हिंदी एवं तमिल फिल्मों के निर्देशक आदित्य ओम, ओएसडी बंगाल सरकार एवं निर्देशक तथा लेखक मृत्युंजय कुमार सिंह, प्रसिद्ध पटकथा लेखक सत्य व्यास, आरआईएफएफ के निर्देशक सोमेन्द्र हर्श, फिल्म निर्देशक एवं अभिनेता कुणाल मेहता (अंगूठो फिल्म), निर्माता निर्देशक गीतकार कपिल पालीवाल, संगीतकार जिगर नागदा, चिन्मय भट्ट तथा फिल्म समीक्षक तेजस पूनिया टीवी सीरियल तथा वेबसीरिज पर अपने विचार व्यक्त करेंगे। क्षेत्रीय सिनेमा, विज्ञापन, शॉर्ट मूवीज के साथ पटकथा लेखन, गीत-संगीत, निर्देशन, छायांकन, रिकॉर्डिंग, मार्केटिंग आदि पर भी विभन्न सत्रों में विस्तृत चर्चा होगी।
डॉ. नीता त्रिवेदी ने बताया कि संगोष्ठी के अन्तर्गत 6 अक्टूबर को शाम 7 से 8 बजे तक सिनेमा जगत तथा वेबसीरिज के कला एवं सांस्कृतिक पक्ष के साथ साहित्यिक चर्चा का आयोजन किया जाएगा। इसमें सिनेमा एवं वेबसीरिज से जुड़े विविध पहलुओं से संबंधित पुस्तकों पर उन्हीं पुस्तकों के लेखकों से संवाद एवं परिचर्चा होगी। कार्यक्रम में प्रसिद्ध निर्देशक एवं लेखक राहुल खैल फिल्म अभिनेता राज कपूर पर लिखी अपनी पुस्तक ‘राज कपूर : बॉलीवुड के सबसे बड़े शो मैन’ पर विस्तृत चर्चा करेंगे। साथ ही पटकथा लेखक सत्य व्यास अपनी पुस्तक ‘मीना मेरे आगे’ जो मीना कुमारी के जीवन पर लिखी गई है, पर बात करेंगे। फिल्म समीक्षक तेजस पूनियां द्वारा सिनेमा पर लिखी कई पुस्तकों पर चर्चा करेंगे। कार्यक्रम में शहर के कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहेंगे।
डॉ. नीता त्रिवेदी ने बताया कि नई शिक्षा नीति के तहत विद्यार्थियों के सैद्धांतिक एवं व्यावहारिक कौशल, संवर्धन हेतु इस प्रकार की संगोष्ठी आधुनिक युग की महती आवश्यकता है।