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प्रिंट मीडिया व जन संचार क्षेत्र में रोज़गार की असीम संभावनाएंे - डाॅ. नरेन्द्र सिंह राठौड़

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27 Jun 21
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प्रिंट मीडिया व जन संचार क्षेत्र में रोज़गार की असीम संभावनाएंे - डाॅ. नरेन्द्र सिंह राठौड़

महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय उदयपुर के संघटक सामुदायिक एवं व्यावहारिक विज्ञान महाविद्यालय द्वारा इण्डस्ट्री इन्टरफेस कार्यक्रम के तहत प्रिंट मीडिया व जन संचार में रोज़गार के अवसर एवं संभावनाएँ विषय पर वार्ता का आयोजन किया गया जिसमें 213 प्रतिभागियों ने भाग लिया।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डाॅ. नरेन्द्र सिंह राठौड़ कुलपति महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय ने अपने उद्बोधन में कहा कि प्रिंट मीडिया संचार का सबसे पुराना व सशक्त माध्यम है जिसमें विद्यार्थियों के लिए रोज़गार की प्रचुर संभावनाएं है। डिजिटलाईजेशन के वर्तमान दौर में पिं्रट मीडिया ने अपनी महत्ता बनाये रखी है। उन्होंने कहा कि पढ़ने की लगन के साथ-साथ रचनात्मकता तथा भाषा कौशल इस क्षेत्र में स्थापित होने के लिए आवश्यक है। जन संचार के क्षेत्र में उपलब्ध अवसरों के बारे में बताते हुए कहा कि विद्यार्थी रिपोर्टर, फोटोग्राफर, एडिटर, कार्टुनिस्ट, स्वतंत्र पत्रकार आदि को रोज़गार का साधन बना सकते है। उन्होंने बताया कि अन्तराष्ट्रीय स्तर पर प्रिंट मीडिया की लोकप्रियता कम हुई है, परन्तु भारत में साक्षरता दर वृद्धि के कारण प्रिंट मीडिया की लोकप्रियता व उपयोगिता बढ़ी हैै।

कार्यक्रम के मुख्य वक्ता श्री राजेन्द्र बोरा, स्वतंत्र पत्रकार व पूर्व चीफ आॅफ़ ब्यूरो, राजस्थान पी.टी.आई. ने प्रिंट मीडिया एवं जन संचार के क्षेत्र एवं रोज़गार के अवसरों के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने कहा कि संचार के बिना जीवन संभव नहीं है। उन्होंने बताया कि एक सफल पत्रकार बनने के लिए व्यक्ति में लेखन की लगन, विश्लेषणात्मकता, उत्सुकता, प्रभावी संचार कौशल, सत्यनिष्ठा जैसे गुण आवश्यक है। उन्होंने अपनी प्रभावी वार्ता में कहा कि डिजिटल माध्यम से वैश्विक जानकारी तो आसानी से उपलब्ध होती है परन्तु स्थानीय जानकारी हेतु प्रिंट मीडिया ही एक विश्वसनीय साधन है। साथ ही डिजिटल माध्यम के उपयोग द्वारा पिं्रट मीडिया को और भी व्यापक, त्वरित व उपयोगी बनाया जा सकता है। वर्तमान परिपेक्ष्य में पिं्रट मीडिया इण्डस्ट्री में रोज़गार प्रदाता की अधिक आवश्यकता हैै। अतः युवा वर्ग इस क्षेत्र में उपलब्ध रोज़गार की संभावनाओं को तलाश कर अपना स्वयं का उद्यम स्थापित करें जिससे वे अधिक से अधिक लोगों से जुडकर सही सुचना व जानकारी प्रदान कर सके व समाज के अन्य वर्ग को रोज़गार प्रदान कर सके।

महाविद्यालय की अधिष्ठाता डाॅ. मीनू श्रीवास्तव ने कार्यक्रम के प्रारम्भ में अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि विद्यार्थी जन संचार में आवश्यक कौशल विकसित कर इस क्षेत्र में उपलब्ध रोज़गार व उद्यमिता के अवसरों का लाभ उठा सकते है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में पिं्रट मीडिया इण्डस्ट्री एक बड़ा क्षेत्र है जिसमें छात्रों के लिए रोज़गार व उद्यमिता की असीम संभावनाएंँ है।

डाॅ. अजय कुमार शर्मा, पी. आई. आई.डी. पी. ने कहा कि रोज़गार के क्षेत्र में युवाओं की सोच में बदलाव आया है उनका डाॅक्टर, इंजीनियर जैसे लोकप्रिय, प्रोफेशन के अलावा पत्रकारिता, जन संचार, फोटोग्राफी, फैशन पत्रकारिता जैसे क्षेत्रों की ओर भी रूझान बढ़ा है।

डाॅ. शांति कुमार शर्मा, निदेशक अनुसंधान ने पिं्रट मीडिया एवं जनसंचार माध्यम की महत्वता पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर डाॅ. विरेन्द्र नेपालिया विशेषाधिकारी ने अपने विचार व्यक्त किये।

आयोजन सचिव डाॅ. धृति सोंलकी ने धन्यवाद ज्ञापित किया व प्रश्नोत्तरी कार्यक्रम का संचालन किया। सह आयोजन सचिव डाॅ. राजश्री उपाध्याय ने मुख्य वक्ता का परिचय दिया। कार्यक्रम के संयोजक डाॅ. प्रकाश पंवार ने कार्यक्रम पर संक्षिप्त टिप्पणी की। कार्यक्रम का संचालन डाॅ. सोनू मेहता द्वारा किया गया।


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