उदयपुर उदयपुर सांसद श्री अर्जुन लाल मीणा ने महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के कुलपति डा. नरेन्द्र सिंह राठौड़ से उनके कार्यालय में जाकर मुलाकात की तथा क्षेत्र में किये जा रहे कृषि से संबंधित विकास कार्यों पर चर्चा की। इस मुलाकात के दौरान विश्वविद्यालय के कुलपति ने विश्वविद्यालय द्वारा कृषि के क्षेत्र में विभिन्न परियोजनाओं के माध्यम से किये जा रहे कार्यों की विस्तार से जानकारी दी।
सांसद श्री मीणा ने कुलपति से आग्रह किया कि विश्वविद्यालय को जनजाति क्षेत्र के युवाओं को कृषि से जोड़ने तथा उन्हें क्षेत्र के बेरोजगार युवाओं को रोजगार प्रदान करने की दिशा में प्रयास करने चाहिए। इस दिशा में मुर्गीपालन, मधुमक्खी पालन, औषधीय फसलोत्पादन, बागवानी, जल संरक्षण आदि विषयों में प्रशिक्षण देने की योजना बनाकर जनजाति विभाग से स्वीकृत कराने की सलाह दी। उन्होंने जनजाति क्षेत्र के झाडोल क्षेत्र में कन्दीय फसलों जैसे अदरक, हल्दी, रतालू आदि को प्रोत्साहन देने हेतु भी योजना बनाने का सुझाव दिया। इसी प्रकार वन उपज से मूल्य सवंर्धित उत्पाद जैस हर्बल गुलाल आदि के उत्पादन हेतु ग्रामीण युवाओं को प्रशिक्षित करने का भी आग्रह किया।
कुलपति डा. राठौड़ ने विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों को खेरवाड़ा क्षेत्र के लिए माया पर एक योजना बनाने तथा कस्टम हायरिंग सेंटर स्थापित करने के प्रस्ताव बनाने के निर्देश दिये। सांसद महोदय ने इन योजनाओं को जनजाति विभाग, राजस्थान सरकार तथा भारत सरकार से स्वीकृत कराने का आश्वसन दिया।
बैठक में श्री दिलीप सिंह राठौड तथा विश्वविद्यालय की ओर से डा. पी.के सिंह व डा. इन्द्रजीत माथुर ने भाग लिया।