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सी. डी. एफ.टी. में कृषि शिक्षा दिवस का ऑनलाइन आयोजन

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03 Dec 20
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सी. डी. एफ.टी. में कृषि शिक्षा दिवस का ऑनलाइन आयोजन

डेयरी एवं खाद्य प्रौद्योगिकी महाविद्यालय  संघटक महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, में 3 दिसंबर 2020 को कृषि शिक्षा दिवस का ऑनलाइन आयोजन महाविद्यालय के अधिष्ठाता प्रो. वी. डी. मुद्गल की अध्यक्षता मे सम्पन्न हुआ।  प्रो. वी. डी. मुद्गल ने बताया कि 3 दिसंबर को कृषि शिक्षा दिवस के रूप में मनाते हैं, जो कि स्वतंत्र भारत के पहले राष्ट्रपति और 1946 में भारत के पहले कृषि मंत्री, भारत रत्न, डॉ. राजेंद्र प्रसाद का जन्मदिन है। प्रो. वी. डी. मुद्गल  ने डॉ. राजेन्द्र बाबू को उनके कार्य और उनके जीवन को याद करते हुए, उन्हें श्रद्धांजलि दी। साथ ही सभी आगुंतकों का स्वागत किया। उन्होंने बताया की कृषि शिक्षा दिवस का मुख्य उद्देश्य छात्रों को कृषि के विभिन्न पहलुओं और देश के विकास और विकास में इसके महत्व को उजागर करना है। कार्यक्रम का उद्देश्य छात्रों को कृषि के लिए प्रेरित करना था ताकि वे इस क्षेत्र में अपनी रुचि विकसित करें और अपने स्वर्णिम भविष्य का निर्माण कर सके।


मुख्य अतिथि डॉ आर. के. जैन, पूर्व प्रधानाचार्य, ए. डी. आई. टी.,आणंद थे। मुख्य वक्ता प्रो ई. वी. दिवाकर शास्त्री, सी. ऐ. वी., इम्फाल थे। मुख्य वक्ता प्रो ई. वी. दिवाकर शास्त्री  ने  डॉ. राजेंद्र प्रसाद के जीवन पर प्रकाश डालते हुए उन्हें नवीन पीढ़ी के लिए प्रेरणास्रोत बताया। मुख्य अतिथि डॉ आर. के. जैन ने बताया कि कृषि में रोजगार के बहुत सारे अवसर हैं। आपने कृषि से सम्बन्धित विभिन्न पाठ्यक्रमों की जानकारी देते हुए दुग्ध खाद्य प्रसंस्करण की उपयोगिता पर विषेश प्रकाश डाला। 

 

 वेबिनार सचिव प्रो. कमलेश मीणा तथा सहायक सचिव श्री मंगल काबरा थे। वेबिनार संचालन में  मानविक जोशी तथा मानसी वाधवानी का विशेष सहयोग रहा। कार्यक्रम दोपहर 11 से 1 बजे  तक गूगल मीट पर हुआ। अनुषा उपाध्याय, जानवी श्रीमाली एवं तन्वी मेहता ने कविताओं के माध्यम से कृषि के महत्व को बताया। शुभम सनाढ्य ने अपने पॉस्टर के माध्यम से भारत के अन्नदाताओं के प्रति अपनी श्रद्धा व्यक्त की। यामिनी कुंवर शक्तावत ने कोलाज के माध्यम से कृषि में करियर के अवसरों पर प्रकाश डाला। मुस्कान भट्ट ने डेयरी टेक्नोलॉजी में करियर के अवसर बताये। 

 

कार्यक्रम में विश्वविद्यालय द्वारा विकसित विभिन्न मशीनों का लाइव डेमोंस्ट्रेशन दिया। जिनमें गार्लिक बल्ब ब्रेकर, गार्लिक क्लोव सेपरेटर एवं ग्रेडिंग मशीन, अदरक पीलिंग मशीन, हल्दी एवं अदरक पॉलिशिंग मशीन तथा कस्टर्ड एप्पल डीपल्पर मशीन मुख्य थी।

 

प्रो. कमलेश मीणा ने धन्यवाद प्रस्ताव पारित किया।  विभिन्न संस्थाओं के छात्र, छात्रओं तथा शोधकर्ताओं ने भाग लिया। प्रतिभागियों तथा दर्शको द्वारा वेबिनार की सराहना की गयी।

 


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