जनार्दन राय नागर राजस्थान विद्यापीठ (डीम्ड टू बी विश्वविद्यालय) के संघटक माणिक्य लाल वर्मा श्रमजीवी महाविद्यालय के संस्कृत विभाग में संचालित वैकल्पिक उपचार केंद्र द्वारा सत्र 2023-24 हेतु एक्यूप्रेशर डिप्लोमा हेतु प्रवेश आवेदन मांगे गए हैं। यह पाठ्यक्रम कौशल विकास एवं रोजगार पर होने के कारण विद्यार्थियों के लिए अत्यधिक उपयोगी सिद्ध हो रहे हैं। इस पाठ्यक्रम के अंतर्गत एक्यूप्रेशर, प्रतिबिंब विज्ञान, शियात्सु एवं अन्य वैकल्पिक उपचार पद्धतियों का सैद्धांतिक एवं व्यवहारिक प्रशिक्षण प्रदान कर विद्यार्थी को विभिन्न रोगों के उपचार हेतु तैयार किया जाता है साथ ही इस डिप्लोमा पाठ्यक्रम को पूर्ण करने के बाद अपना रोजगार भी आरंभ कर सकते हैं।
यह जानकारी देते हुए पाठ्यक्रम समन्वयक डॉ. नारायण सिंह राव ने बताया कि कोई विद्यार्थी जो बारहवीं कक्षा उत्तीर्ण है वह इस पाठ्यक्रम मैं प्रवेश ले सकता है। प्रवेश हेतु संस्कृत विभाग में संपर्क कर आवेदन करना होगा पाठ्यक्रम की फीस छात्र हित को देखते हुए मात्र 5000 रुपए रखी गई है ताकि ज्यादा से ज्यादा विद्यार्थी इस विद्या को सीख कर अपना रोजगार प्राप्त कर सके । प्रो. हेमेंद्र सिंह चंडालिया अधिष्ठाता माणिक्य लाल वर्मा श्रमजीवी महाविद्यालय ने जानकारी देते हुए बताया कि संस्कृत विभाग कमरा नंबर 35 में एक्यूप्रेशर पाठ्यक्रम हेतु सुसज्जित प्रयोगशाला तैयार की गई है।
जिसमें विद्यार्थी अपना प्रशिक्षण प्राप्त कर सकते हैं। विद्यार्थियों के अभ्यास हेतु एक्यूप्रेशर से संबंधित पुस्तक एवं उपकरण प्रयोगशाला में उपलब्ध है। विद्यार्थियों के व्यावहारिक ज्ञान के लिए महाविद्यालय के भूतल पर रोगियों के लिए एक्यूप्रेशर उपचार केंद्र संचालित किया जा रहा है उपचार केंद्र के एक्यूप्रेशर थैरेपिस्ट तेजेंद्र सिंह ने बताया कि इस केंद्र में सभी तरह के रोगी उपचार हेतु आते हैं उन्हें एक्यूप्रेशर एवं अन्य उपकरण द्वारा उपचार दिया जाता है। यहां कई रोगी पूर्ण रूप से ठीक होकर गए हैं यह उपचार पद्धति निरापद है