GMCH STORIES

जोश से लबरेज मैराथन, लय- ताल और स्वरों पर थिरके कदम

( Read 7550 Times)

15 Feb 19
Share |
Print This Page
जोश से लबरेज मैराथन, लय- ताल और स्वरों पर थिरके कदम

चित्तौडगढ  । चित्तौड दुर्ग की सुबह आज हर दिन से अलग रंग में नजर आ रही थी । हजारों कदम अपनी संस्कृति की विरासत से जीवंत साक्षात्कार करने को बढ रहे  थे । फोर्ट फेस्टिवल के तहत आयोज्य रन फार फोर्ट मैराथन प्रातः ९ बजे सांसद, जिला कलक्टर और जनप्रतिनिधयों की उपस्थिति में हजारों धावको के साथ शुरू हुई। कारवां हर उस महत्वपूर्ण जगह से गुजरा जहां शौर्य, भक्ति और त्याग की गाथाएं प्रतिभागियों का स्वागत करती नजर आई। फतह प्रकाश से प्रारंभ हुई जोश की यह यात्रा विजय स्तम्भ, कालिका माता मंदिर, पद्मिनी पैलेस, नाग चंडेश्वर मंदिर, चतरंग तालाब, मृगवन, भीमलत, सूरजपोल, कीर्ति स्तंभ, लाखोटा बारी, रामपोल, फतह प्रकाश होती हुई विजय स्तंभ पर सम्पन्न हुई। मैराथन की समाप्ति पर जिला कलक्टर ने पुरूष और महिला वर्ग के प्रथम तीन विजेताओं और प्रथम १०० रनरअप को सम्मानित किया । मैराथन में सांसद सीपी जोशी, जिला कलक्टर शिवांगी स्वर्णकार, अति. कलक्टर दीपेन्द्र सिंह, चन्द्रभान सिंह भाटी, प्रशिक्षु आईएएस सुशील कुमार, अति. पुलिस अधीक्षक विपिन शर्मा, पुलिस उपाधीक्षक माधोसिंह, डीएसओ ज्ञानमल खटीक, एसडीएम विनोद कुमार, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक ओम प्रकाश तोषनीवाल, युआईटी सचिव सीडी चारण, सभापति सुशील शर्मा, मुख्य जिशिअ हेमेन्द्र उपाध्याय, जिशिअ मुख्यालय शांतिलाल सुथार,  सहित गण्यमान्य लोग उपस्थिति थे।

 

रन फॉर फोर्ट के विजेता

९ किमी के लगभग चली मैराथन में  दो हजार से अधिक धावकों ने अपनी स्फुर्ति और चुस्ती दिखाई । पुरूष वर्ग में प्रथम, द्वितीय, तृतीय क्रमशः भीलवाडा के गोपाललाल कुमावत, उदयपुर के राजेन्द्र व्यास, चित्तौडगढ के राजेन्द्र सिंह चुडांवत रहे । महिला वर्ग में प्रथम, द्वितीय, तृतीय क्रमशः विष्णा गुढा, सुहानी ओझा, एवं हर्षिता सोनी रहे । तीनों महिला प्रतिभागी चित्तौडगढ निवासी है। इनको क्रमशः ५ हजार, तीन हजार और २ हजार रूपये के चैक प्रदान किए गए । 

 

श्रवण बाधित पर मन के संगीत से झुमा तन

टैलेन्ट हंट प्रतियोगिता में  विशेष प्रस्तुति के रूप में कक्षा ८ की मूक बधिर छात्रा पूजा सुथार ने सबको आश्चर्यचकित कर दिया। श्रवण बाधित इस छात्रा में अपने कॉरियोग्राफर रतन सालवी के निदेर्शन में मेरा पिया घर आया गीत पर रोमांचक प्रस्तुति दी । कान से नहीं सुनने के बावजूद छात्रा की भाव भंगिमा इस प्रकार थी कि गाने का हर बोल उसकी प्रस्तुति के साथ अद्भूत संयोजन कर रहा था । पूजा वर्तमान में  सांवलिया बहुउद्देशीय विेकलांग विद्यालय चंदंरिया की छात्रा है। इसी प्रकार बेगूं की चैची विद्यालय की विकलांग छात्रा खुशी सोनी के द्वारा एक पैर की अक्षमता के बावजूद नृत्य की ऐसी प्रस्तुति दी कि दर्शक दाँतो तले ऊंगली दबाएं नहीं रहे सके । सोमवार को हुई टैलेन्ट हंट प्रतियोगिता में कुल ४८ प्रस्तुतियों में प्रतिभागियों द्वारा प्रस्तुति दी गई। निर्णायक के रूप में प्रतिष्ठा ठाकुर, रमा पचिसिया और सत्यनारायण गग्गड थे ।    संचालन भावना शर्मा और संगीता श्रीमाली ने किया । कार्यक्रम का संयोजन ओमप्रकाश पालीवाल और गोपाल जाट ने किया ।

 

टैलेंट हंट निर्णय

सोमवार को आयोजित एकल नुत्य प्रतियोगिता में प्रथम, द्वितीय, तृतीय क्रमशः वृषाली वैष्णव(चित्तौडगढ), ख्वाईश जैन(चित्तौडगढ), माया बागरिया (कपासन) रही। सांत्वना पुरस्कार क्रमशः खुशी सोनी(बेगूं), शैफाली शर्मा(गंगरार), सुधाकर राव (निम्बाहेडा) एवं अंजू कंवर (डुँगला) को दिया गया। 

 

विदेशियों का स्वागत, प्रतियोगिता में की भागीदारी

कार्यक्रम स्थल पर आए हर विदेशी पर्यटक का आयोजन समिति के द्वारा उपरणा ओढाकर, कुंकुम तिलक लगाकर और साफा पहनाकर स्वागत किया गया । विदेशियों के लिए मनोरंजक प्रतियोगिता चेयर रेस, बोरा रेस, रस्साकस्सी, चम्मच और मटका दौड का आयोजन भी किया  गया । फतहप्रकाश महल के प्रागंण से आसमां में विविध प्रकार की पतंगों का नजारा पर्यटकों के लिए कौतुहल बना रहा ।

 

लोक संस्कृति का जादू बिखरा

फोर्ट फिस्टिवल के तहत् रविवार रात्रि गोराबादल स्टेडियम में पश्चिमी क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र उदयपुर के कलाकारों ने अपनी प्रस्तुतियों से दर्शकों का अभिभूत कर दिया । 

६ दर्जन से अधिक कलाकारों के दल ने पारम्परिक नृत्यों की झलक को प्रस्तुत करते हुए अविराम प्रस्तुतियां दी । इनमें निजाम खान के लोकसंगीत की मिठास ने शुभारंभ किया वहीं संगीता कालबेलिया के नेतृत्व में १० सदस्यी दल ने कालबेलियां नृत्य के जरिए स्फूर्ति एवं गति का नजारा दिखाया। सांस्कृतिक संध्या में  भगवान शिव व पार्वती को समर्पित व मेवाड की विख्यात लोक नाट्य परम्परा गवरी  के रंग भी देखने को मिले ।

रामप्रसाद के दल द्वारा कच्छी घोडी नृत्य आकर्षण का केन्द्र बन पडा तो प्रेमप्रकाश के नेतृत्व में १० सदस्यी दल ने भवाई, चरी एवं घुमर नृत्य की विविधता दर्शकों के सामने रख। उकाराम परिहार के दल द्वारा परम्परागत रूप से खेले जाने वाले लाल आंगी गेर की प्रस्तुति हुई, वहीं बाबा रामदेव को समर्पित कामड जाति के कलाकारों की विशिष्टता वाले तेराताली नृत्य की प्रस्तुति गणेश दास के दल ने की । सांस्कृतिक संध्या का समापन राजस्थानी लोक नृत्य की आत्मा धूमर नृत्य के साथ्ज्ञ हुई। कार्यक्रम में सांसद सीपी जोशी, जिला कलक्टर शिवांगी स्वर्णकार, एसपी अनिल कयाल अति. कलक्टर दीपेन्द्र सिंह, प्रशिक्षु आईएएस सुशील कुमार, अति. पुलिस अधीक्षक विपिन शर्मा, युआईटी सचिव सीडी चारण, सभापति सुशील शमा, मुख्य जिशिअ हेमेन्द्र उपाध्याय सहित गण्यमान्य लोग उपस्थिति थे ।

 

पलक - पलाश की जोडी का दिखेगा कमाल

मंगलवार रात्रि गोराबादल स्टेडियम में सांय ७ बजे सांस्कृतिक संध्या में बालीवुड सिंगर पलक मुछाल और पलाश की जोडी अपने स्वर का जादू बिखरेगी । राम रतन धन पायो,किक, एमएस धोनी, गब्बर इस बैक, एक था टाइगर, तेरी मेरी कहानिया आशिकी -२ आदि फिल्मों में अपनी मीठी आवाज से श्रोताओं को लुभा चुकी है। 

 

विदेशियों पर चढेगा देशी रंग

फेस्टिवल के अंतिम दिन बस्सी में विलेज सफारी का आयोजन होगा। शहरी चकाचौंध से दूर इस आयोजन में विदेशी सैलानी भारतीय ग्रामीण जीवन, संस्कृति, आस्था, रीति-रिवाज, खान-पान, गीत-संगीत, हस्तशिल्प, लोककला, हुनर आदि से परिचित हो सकेगे ।  इसके साथ ही मान मनुहार का एक विशिष्ट आयोजन भी होगा ।

 

दीपदान व रंगोली से दमकेगा रतनसिंह महल

मंगलवार को दुर्ग पर आयोजित अंतिम गतिविधि के तहत् रतनसिंह महल परिसर को विभिन्न प्रतिभागी दलों के द्वारा दोपहर १ बजे रंगोली से संजाया जायेगा वहीं सायं ६ बजे दीपदान से रतनसिंह तालाब में स्वर्णिम आभा के रंग देखने को मिलेगे । इसी दिन गोराबादल स्टेडियम में आयोजित सांस्कृतिक संध्या के बाद भव्य आतिशाबाजी से चित्तौडगढ फोर्ट फेस्टिवल का समापन होगा ।


Source :
This Article/News is also avaliable in following categories : Chittor News
Your Comments ! Share Your Openion

You May Like