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व्यवसाय में एक्सीलेन्स प्राप्त करने के लिये नवाचार आवश्यक“ विषय पर परिचर्चा

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02 Dec 23
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व्यवसाय में एक्सीलेन्स प्राप्त करने के लिये नवाचार आवश्यक“ विषय पर परिचर्चा

उदयपुर,  “मैन्युफैक्चरिंग इण्डस्ट्री हो अथवा सर्विस सेक्टर, बिजनेस में एक्सीलेन्स प्राप्त करने के लिये नवाचार जरुरी है। यदि उत्पाद अथवा सेवा में नवाचार नहीं करेंगे तो व्यवसाय में पिछड जायेंगे।“

उपरोक्त विचार पेनल चर्चा के दौरान यूसीसीआई एक्सीलेन्स अवार्ड प्राप्त कर चुके पेनलिस्ट द्वारा व्यक्त किये गये।

उदयपुर चेम्बर आॅफ काॅमर्स एण्ड इण्डस्ट्री द्वारा यूसीसीआई भवन के पीपी सिंघल आॅडिटोरियम में सायंकाल 5 बजे “व्यापार उत्कृष्टता और प्रतिस्पर्धात्मकता के लिए नवाचार“ विषय पर पेनल परिचर्चा का आयोजन किया गया। 

मानद महासचिव श्री मनीष गलुण्डिया ने जानकारी देते हुए बताया कि आॅबजर्व के श्री अजय आचार्य, जेके टायर के श्री अनिल मिश्रा, पायरोटेक टेम्पसन्स ग्रुप के श्री विनय राठी एवं रामा फाॅसफेट के श्री के.पी. सुखतांकर पेनलिस्ट थे। अध्यक्ष श्री संजय सिंघल एवं बीजीजेसी एण्ड एसोसिएट्स के श्री सलिल भण्डारी ने परिचर्चा का संचालन किया।

यूसीसीआई एक्सीलेन्स अवार्ड कमेटी के चेयरपर्सन श्री मनीष गोधा ने अतिथियों का स्वागत किया एवं कार्यक्रम के उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए बताया कि यूसीसीआई एक्सीलेन्स अवार्ड के लिये आवेदन आॅनलाईन आमंत्रित किये गये हैं। यूसीसीआई वेबसाईट पर जाकर आवेदन किया जा सकता है।

अध्यक्ष श्री संजय सिंघल ने अपने व्यावसायिक अनुभव साझा करते हुए बताया कि व्यवसाय में नई तकनीक अपनाने के साथ ही कार्मिंकों को यथावत प्रशिक्षण देना जरुरी है। 

पेनल चर्चा के दौरान यूसीसीआई एक्सीलेन्स अवार्ड के पूर्व विजेता रह चुके पेनलिस्ट ने प्रतिभागियों के साथ अपने व्यावसायिक अनुभव साझा किये। 

परिचर्चा के दौरान 

श्री अजय आचार्य ने बताया कि डिजिटल मार्केटिंग के सेवा क्षेत्र में आॅबजर्व  बेहतरीन कार्य कर रही है। वे कार्मिकों के हैप्पीनेस इंडेक्स पर ध्यान देते हैं। कर्मचारी खुश होगा तो कस्टमर को खुश रखने के लिये नये इनोवेटिव आईडिया पर कार्य करना सम्भव हो सकेगा।

श्री अनिल मिश्रा ने बताया कि 1976 में व्यावसाय शुरु करने के बाद नई टैक्नोलाॅजी एवं इनोवेशन के माध्यम से टायर व्यवसाय में जेके टायर ने अपना एक विशिष्ट स्थान बनाया है। प्रोडक्ट क्वालिटी एवं इनोवेशन में कार्मिकों को सम्मिलित किये जाने को श्री मिश्रा ने आवश्यक बताया। 

श्री विनय राठी ने बताया कि लोगों से नवाचार सम्बन्धी आईडिया प्राप्त कर उन्हें अमल में लाने तथा जाॅईंट वेन्चर के माध्यम से नवीनतम तकनीक का आयात करके व्यवसाय में उन्नती प्राप्त की जा सकती है। 

श्री के.पी. सुखतांकर ने बताया कि वर्ष 1986 में उत्पादन शुरु करने के बाद रामा फाॅसफेट ने अलग-अगल कमेटियों के माध्यम से गुणवत्ता बनाये रखने एवं उत्पाद के मूल्य पर नियंत्रण रखने पर फोकस किया है। 

श्री सलिल भण्डारी ने व्यवसाय में पीपल, प्रोसेस एवं प्रोडक्ट पर ध्यान देने का आव्हान करते हुए इनोवेशन, कम्पीटेटिवनेस एवं एक्सीलेन्स के बारे में जानकारी दी।

प्रश्नकाल के दौरान वार्ताकार पेनलिस्ट ने बिजनेस में स्वयं की प्रगति के साथ ही अपने कार्मिक, सप्लायर, वेण्डर, खरीददार आदि के उत्थान पर भी ध्यान देने का आव्हान किया। 


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