अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले रूपया बृहस्पतिवार को सात पैसे की गिरावट के साथ 83.39 (अस्थायी) प्रति डॉलर पर बंद हुआ। वैकि बाजार में डॉलर के मजबूत होने और कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों के बीच रपये में गिरावट आईं। विदेशी मुद्रा विश्लेषकों ने कहा कि तेल उत्पादक समूह ओपेकू द्वारा वार्षिक उत्पादन लक्ष्य की घोषणा से पहले कच्चे तेल की कीमतें 84 डॉलर प्रति बैरल के करीब थीं। इससे रूपया दबाव में रहा।उन्होंने कहा कि निवेशकों को आज जारी होने वाले सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) आंकड़ों का भी इंतजार है। जबकि डॉलर में सुधार की वजह यह उम्मीद है कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व ब्याज दर नहीं बढ़ाएगा।