नईं दिल्ली, सार्वजनिक क्षेत्र की सीआईंएल ने खदनों के ऊपर पड़े चट्टानों का इस्तेमाल कर रेत तैयार करने की योजना बनाईं है। सरकार ने शुावार को कहा कि अगले साल ऐसे पांच संयंत्र चालू हो सकते हैं।
खनन के लिए खदान के ऊपर स्थित चट्टान को हटाना जरूरी होता है, उसके बाद ही खनिज तक पहुंचा जा सकता है। कोल इंडिया लिमिटेड (सीआईंएल) खदान के ऊपर पड़े चट्टान से बनी रेत पहल के तहत अपनी ओपन कास्ट खदानों में अपशिष्ट ओवरबर्डन का प्रसंस्करण करेगी। कोयला मंत्रालय ने एक बयान में कहा, सीआईंएल ने खानों में रेत उत्पादन के लिए खदानों के ऊपर पड़े चट्टानों के प्रसंस्करण की योजना बनाईं है। इन चट्टानों में लगभग 60 प्रतिशत बलुआ पत्थर होता है, जिसे ाशिंग और प्रसंस्करण के जरिए तैयार किया जा सकता है।