घरेलू शेयरों में विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) की हिस्सेदारी मार्च तिमाही में इससे पिछली तिमाही के मुकाबले छह प्रतिशत घटकर ६१२ अरब ड़ालर रह गई। मार्निंगस्टार की एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई । यह कमी विदेशी निवेशकों द्वारा बड़़े पैमाने पर बिकवाली और भारतीय शेयर बाजारों में गिरावट के चलते हुई। रिपोर्ट के मुताबिक‚ मार्च तिमाही के अंत में भारतीय शेयरों में एफपीआई निवेश का मूल्य घटकर ६१२ अरब ड़ालर रह गया‚ जो इससे पिछली तिमाही में ६५४ अरब ड़ालर था। इस तरह तिमाही आधार पर इसमें लगभग छह प्रतिशत की गिरावट आई। भारतीय शेयरों में एफपीआई निवेश का मूल्य मार्च‚ २०२१ में ५५२ अरब ड़ालर था । समीक्षाधीन तिमाही के दौरान भारतीय शेयर बाजार के बाजार पूंजीकरण में एफपीआई का योगदान १८.३ प्रतिशत से घटकर १७.८ प्रतिशत हो गया।