मुंबईं, भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआईं) ने बुधवार को कुछ व्यक्तिगत तथा छोटे कर्जदारों को कर्ज चुकाने के लिए अधिक समय देने के साथ ही बैंकों से कहा कि वे वैक्सीन निर्माताओं, अस्पतालों और कोविड से संबंधित स्वास्थ्य ढांचे को प्राथमिकता के आधार पर त्रण दें।
आरबीआईं ने कोविड-19 महामारी से त्रस्त व्यक्तियों तथा सूक्ष्म, लघु और मझोले उदृामों (एमएसएमईं) से वसूल नहीं हो पा रहे कजरे के पुनर्गठन की छूट देने सहित अर्थव्यवस्था को इस संकट में संभालने के लिए कईं नए कदमों की घोषणा की। इन कदमों में कोविड-19 से सांमित लोगों के इलाज में काम आने वाली वस्तुओं और बुनियादी सुविधाओं की आपूर्ति बढ़ाने के लिए इनके कारोबार में लगी इकाइयों को बैंकों द्वारा 50,000 करोड़ रपये के कर्ज की एक नईं सुविधा भी शामिल है। रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कोविड-19 की दूसरी लहर के बीच सुबह आननफानन में बुलाए गए संवाददाता सम्मेलन में इन कदमों की घोषणा की।