इंडियन एनर्जी एक्सचेंज (आईईएक्स) ने सोमवार को अपने मंच पर सीमा पार बिजली व्यापार (सीबीईटी) शुरू किए जाने की घोषणा की। आईईएक्स ने एक बयान में कहा कि एकीकृत दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय बिजली बाजार की दिशा में भारत के बाहर दक्षिण एशिया क्षेत्र में कारोबार के विस्तार को लेकर अपनी तरह का यह पहला कदम है । बयान के अनुसार‚ ‘इंडियन एनर्जी एक्सचेंज को इस बात की घोषणा करते हुए खुशी है कि उसने अपने मंच पर सीमा पार बिजली कारोबार शुरू किया है।' फिलहाल‚ भारत के लिए पड़ोसी देशों के साथ सीमा पार व्यापार करीब १८ अरब यूनिट का है। यह कारोबार मध्यम से दीर्घावधिक द्विपक्षीय अनुबंधों के जरिए हुआ है । सीईए और सीइआरसी के अनुसार भारत ने आज की स्थिति के अनुसार भूटान से ८.७ अरब यूनिट बिजली का आयात किया है जबकि नेपाल और बांग्लादेश को क्रमशः २.३७ अरब यूनिट और ७ अरब यूनिट बिजली का निर्यात किया। आईईएक्स के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक एसएन गोयल ने कहा‚ ‘हम ‘डे अहेड मार्केट' में सीमा पार बिजली व्यापार शुरू करने के लिये पहले देश के रूप में नेपाल का स्वागत कर खुश हैं।' उन्होंने कहा कि ३‚८२‚००० मेगावाट उत्पादन क्षमता और १‚८५‚००० की अधिकतम मांग के साथ भारत अधिशेष बिजली वाला देश है। गोयल ने कहा‚ ‘हमारे पास क्षेत्रीय बिजली बाजार के विकास और क्षेत्र के पड़ोसी देशों के बीच ऊर्जा पहुंच तथा सुरक्षा बढ़ाने को लेकर एक अच्छा अवसर है।' एनवीवीएन के सीईओ/ ईडी (नवीकरणीय ऊर्जा)–एनटीपीसी मोहित भार्गव ने कहा कि नेपाल पहला देश है जो बिजली बाजार से एनवीवीएन के जरिए अगले दिन की आपूÌत के लिये बिजली खरीद का लाभ उठाएगा।