देश में प्याज की किल्लत और महंगाई के बीच कुछ निजी व्यापारियों ने इसके आयात के लिए आर्डर दे दिया है। इसी महीने के अंत तक बाहर से कम से कम 1000 टन प्याज आएगा। इससे प्याज के भाव जल्द नीचे आने की उम्मीद है। एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी।उम्मीद है कि इससे प्याज के बाजार की गर्मी शांत करने में मदद मिलेगी। फिलहाल , कई जगह खुदरा बाजार में प्याज 60 रपए किलो से ऊपर चल रहा है। दिल्ली में एक हफ्ते पहले तक फुटकर में प्याज का भाव 100 रपए तक पहुंच गया था। हालांकि, सरकार के विभिन्न उपाय करने के बाद कीमतों में थोड़ी नरमी आई है।उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, ‘‘प्याज कारोबारियों ने सरकार को बताया कि उन्होंने थोड़ी मात्रा में प्याज का आयात किया है। कारोबारियों को उम्मीद है कि उनके ऑर्डर पर 1,000 टन प्याज इस महीने के अंत तक और कुछ अन्य खेप अगले महीने तक देश में आ जाएगी।’ प्याज की आपूत्तर्ि बढ़ने से दाम घटने की उम्मीद है। अधिकारी ने कहा कि सरकार की ओर से आयातित प्याज के मामले में आयातित कृषि उत्पाद के धूम्र-उपचार संबंधी नियमों में ढील की समयसीमा को बढाकर 31 दिसम्बर करने से प्याज के आयात में आसानी होगी।